🌟(आज का पंचांग – शनिवार, 18 अक्टूबर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 25 रवि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद् ऋतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज शुभ का चौघड़िया 7:57 से 9:22 तक रहेगा। चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 12:12 से 4:27 तक रहेंगे। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – द्वादशी तिथि दिन 12:20 तक होगी तदुपरान्त त्रयोदशी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पूर्व दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 9:00 से 10:30 तक
नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र दिन 3:52 तक होगा तदुपरान्त उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र होगा।
योग – ब्रह्म योग रहेगा रात्रि 1:48 तक रहेगा तदुपरान्त ऐन्द्र योग रहेगा।
करण – तैतिल करण दिन 12:20 तक तदुपरान्त गर करण रहेगा।
व्रत / दिवस विशेष – शनि प्रदोष ब्रत, धन तेरस (स्वयंसिद्ध अबूझ मुहर्त), धन्वन्तरी त्रयोदशी निमित्त सायं यम दीपदान, धनवंतरी जयंती देशाचार से,
चन्द्रमा – आज रात्रि 10:12 तक सिंह राशि में होगा तदुपरान्त कन्या राशि में प्रवेश होगा।
ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – गुरु का पुनर्वसु नक्षत्र चरण 4 कर्क राशि में प्रवेश रात्रि 7:52 पर,
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज रात्रि 10:52 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि सिंह होगी तदुपरान्त कन्या राशि होगी। आज दिन 3:52 तक पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होगा। तदुपरान्त उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का रजत पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर टी, टू, टे, टो, प पर रखे जा सकते हैं।
सिंह राशि के स्वामी सूर्य है। इस राशि के बच्चे निडर, साहसी, दयालु, ऐश्वर्यशाली, शत्रुहन्ता होते हैं। ये अग्नि तत्व की राशि हैं, जिससे इनको गुस्सा जल्दी आ जाता हैं। परंतु नर्म भी जल्दी हो जाते हैं। ये पराक्रमी व बुद्धिमान, उधमी, कर्मठ, निड़र, स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं और बड़े काम से घबराते नहीं हैं। इनमें नैसर्गिक नेतृत्त्व क्षमता होती है। इस राशि में जन्म लेने वाला जातक सुंदर-पुष्ट शरीर वाला, चौड़ा मस्तक, सुगठित, आकर्षक एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला होता हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्