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काशी में पावन पथ सर्किट के जीर्णोद्धार की पांच साल पुरानी योजना को मूर्त रूप देने को फिर शुरू हुई कवायद

धार्मिक-आध्यात्मिक नगरी काशी में पावन पथ सर्किट के जीर्णोद्धार के पांच माह पुरानी योजना को मूर्त रूप देने की पहल अब एक बार फिर से आरंभ हुई है। बता दें कि इस संबंध में अप्रैल 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया था। तब इसकी खातिर 33.56 करोड़ रुपये का बजट भी स्वीकृत हुआ था। तब भी योजना के तहत यहां के अन्य विशिष्ट व प्राचीन देवालयों को सर्किट से जोड़ने को लेकर ही परियोजना तैयार हुई थी। यहां ये भी बता दें कि इससे पहले तीन दिसंबर 2017 में इस परियोजना की शुरूआत हुई थी।

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Kashi Pawan path circuit

Kashi Pawan path circuit

वाराणसी. धार्मिक आध्यात्मिक नगरी काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण होने के बाद काशी के अन्य विशिष्ट व प्राचीन देवालयों और प्राचीन व धार्मिक महत्व वाले कुंडो की ओर भी उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान गया है। ऐसे में सरकार की पहल पर अब काशी के प्राचीन पावन पथ का जिर्णोद्धार किया जाएगा। इस पावन पथ में काशी के सौ से ज्यादा प्राचीन मंदिरों को शामिल किया जाएगा। ये परियोजना दिसंबर 2023 तक पूर्ण होगी। वैसे यहां ये भी बता दें कि काशी के पावन पथ सर्किट के जीर्णोद्धार के बाबत अप्रैल 2022 में ही योगी आदितयनाथ सरकार ने लियाअहम् फैसला लिया था। इस संबंध में पत्रिका ने 12 अप्रैल 2022 को खबर भी चलाई थी। उस वक्त इसके लिए 33.56 करोड़ का बजट भी मंजूर किया गया था। अब उस कड़ी को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यहां ये भी बता दें कि इससे पहले तीन दिसंबर 2017 में इस परियोजना की शुरूआत हुई थी।

काशी के पर्यटन उद्योग को मिलेगा और बूम

बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद से काशी के धार्मिक पर्यटन को काफी बूम मिला है। 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पहली जनवरी ( अंग्रेजी नववर्ष आरंभ) से ही तीर्थयात्रियों का हुजूम जो उमड़ा वो क्रम निरंतर जारी है। इससे पर्यटन उद्योग बम-बम कर रहा है। इससे प्रेरित हो कर ही अब ये तय किया गया है कि देश के कोने-कोने और विदेशों से आने वाले तीर्थयात्रियों की पहुंच न केवल श्री काशी विश्वनाथ धाम अपितु धार्मिक आध्यात्मिक नगरी के अन्य प्राचीन व धार्मिक महत्व वाले मंदिरों व सरोवरों तक हो। ऐसा होने से काशी के धार्मिक पर्यटन को और बूम मिलेगा। धार्मिक कारोबार से जुड़े कारोबारियों को लाभ पहुंचेगा। नए-नए रोजगार सृजित होंगे।

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120 प्राचीन मंदिर व कुंड शामिल किए जाएंगे पावन पथ में

यूपी प्रोजेक्टक्स कारपोरेश के परियोजना प्रबंधक विमल जैन के मुताबिक प्रदेश सरकार स्तर से काशी के पावन पथ के जीर्णोद्धार कराने का फैसला लिया गया है। इस परियोजना के तहत काशी के 120 प्राचीन मंदिरो को पावन पथ से जोड़ा जाएगा। इसमें न केवल मंदिर अपितु प्राचीन कुंडों, तालाबों, सरोवरों को भी शामिल किया जाएगा। सभी का जीर्णोद्धार होगा। इस परियोजना की लागत 24.2 करोड़ रुपये होगी। योजना को 2023 के अंत तक पूर्ण आकार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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पावन पथ में शामिल होंगे ये धार्मिक स्थल

इस पावन पथ सर्किट में अष्ट विनायक, एकादश विनायक, द्वादश ज्योतिर्लिंग, अष्ट भैरव, नौ दुर्गा, नौ गौरी, काशी विष्णु, द्वादश आदित्य तथा काशी की चार धाम यात्रा को शामिल किया जाना है। इन सभी धार्मिक स्थलों तक के पहुंच मार्ग और उसमें आने वाले धार्मिक स्थलों का भी विकास होगा। इस परियोजना का उद्देश्य काशी के धार्मिक व पौराणिक स्वरूप को वैश्विक फलक पर लाना है। इससे दुनिया भर के पर्यटकों को काशी की महत्ता का रू-ब-रू दर्शन करने का मौका मिले। इससे काशी के पर्यटन को बढावा मिलेगा और रोजगार के नए-नए अवसर सृजित होंगे।