Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रवेशोत्सव अभियान : कहर बरपा रही गर्मी, घर-घर कैसे पहुंचे शिक्षक

एक तरफ अप्रेल माह में गर्मी कहर ढा रही है। दिन में घर से निकलना मुश्किल हो रहा है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में नामांकन बढ़ाने और ड्रॉप आउट बच्चों को दोबारा शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेशोत्सव अभियान चलाया जा रहा है। गर्मी के कारण शिक्षक घर-घर सर्वे करने की मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। उन्हें हाउस होल्ड सर्वे करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

2 min read
Google source verification

गर्मी से बचाव।

उदयपुर. एक तरफ अप्रेल माह में गर्मी कहर ढा रही है। दिन में घर से निकलना मुश्किल हो रहा है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में नामांकन बढ़ाने और ड्रॉप आउट बच्चों को दोबारा शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेशोत्सव अभियान चलाया जा रहा है। गर्मी के कारण शिक्षक घर-घर सर्वे करने की मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। उन्हें हाउस होल्ड सर्वे करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही साथ 9वीं और 11वीं कक्षा की परीक्षाएं भी चल रही है। दूसरी तरफ, शिक्षक संघ हाउस होल्ड सर्वे की टाइमिंग का विरोध कर रहे हैं। शिक्षक संघों की मांग है कि सर्वे जुलाई में कराया जाए। हालांकि, शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की मांग पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है।

रेकार्ड तोड़ रही गर्मी, फिर भी करना होगा हाउस होल्ड सर्वेइस बार गर्मी रेकार्ड तोड़ रही है। झीलों के शहर का तापमान भी बढ़ा हुआ है। गर्मी के कहर के बीच शिक्षा विभाग ने 15 अप्रेल से 15 मई तक प्रवेशोत्सव का पहला चरण शुरू किया है। इसमें शिक्षकों को घर-घर सर्वे कर ऐसे बच्चों का चिहिन्करण करना है जो अनामांकित अथवा डॉप आउट है। ऐसे बच्चों की हिस्ट्री एप में दर्ज की जाएगी। तत्पश्चात 15 मई के बाद अगले चरण में बच्चों का नामांकन किया जाएगा।आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी नजर

शिक्षा विभाग की नजर आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी है। ऐसे बच्चे, जिनकी उम्र 5-6 साल की है, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। प्रवेशोत्सव के अगले चरण में ऐसे बच्चों का स्कूलों में नामांकन किया जाएगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अब तक करीब 14 हजार ऐसे बच्चे चिह्नित किए गए हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारी महेन्द्र जैन ने बताया कि सरकार के आदेशों की पालना की जा रही है। प्रवेशोत्सव का पहला चरण चल रहा है। सरकार के निर्देशानुसार अनामांकित बच्चों का चिह्निकरण किया जा रहा है।