श्राद्ध पक्ष में पितरों के निमित्त किए गए दान-पुण्य तथा तर्पण से जन्मकुंडली में मौजूद समस्त ग्रह दोष दूर होते हैं। इससे व्यक्ति को उसके घर के देवताओं तथा पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और वह जीवन में हर कदम पर सफलता प्राप्त करता हुआ सुख-समृद्धि तथा सफलता प्राप्त करता है।