फरवरी 2013 के बजट भाषण में लखनऊ मेट्रो की घोषणा हुई जिसके बाद प्रदेश शासन ने 3 मई 2013 को मेट्रो सेल का गठन किया। 27 सितम्बर 2014 को ट्रॉन्सपोर्टनगर-चारबाग तक निर्माण कार्य शुरु हुआ। 1 दिसंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसका ट्रायल रन भी किया था। 2017 अगस्त अंत में इसका कमर्शियल रन प्रस्तावित है।
इस परियोजना में दो कॉरिडोर और एक लिंक रुट से पूरे शहर को जोड़ेगी। पहला अमौसी से मुंशीपुलिया (7413 करोड़), दूसरा चारबाग से वसंतकुंज (4879 करोड़) , तीसरा गोमती नगर लिंक रुट (495 करोड़)। सबसे पहले नार्थ साउथ कॉरिडोर यानी अमौसी से लेकर मुंशी पुलिया (23 किलोमीटर) का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 8.5 किलोमीटर का प्रायोरिटी फेज (ट्रांसपोर्ट नगर, कृष्णा नगर, सिंगार नगर, आलमबाग,आईएसबीटी, मवैया, दुर्गापुरी, चारबाग) तैयार हो चुका है। चारबाग से मुंशी पुलिया पर भी निर्माण कार्य तेजी से जारी है। 2019 तक कर सकेंगे एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया का सफर किया जा सकेगा। इसमें कुल 19 ओवरहेड और 3 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। ये प्रदेश का पहला टनलिंग प्रोजेक्ट होगा।