
बीसलपुर बांध। पत्रिका फाइल फोटो
राजमहल (टोंक)। दक्षिणी व पूर्वी राजस्थान में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। मौसम विभाग ने 27 और 28 अक्टूबर को भारी से अतिभारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में सोमवार को अलसुबह से ही मौसम का मिजाज बदला रहा। भीलवाड़ा जिले सहित थडोली, नासीरदा, डाबर, नेगड़िया, भंवरथला, सुजानपुरा और डाउनस्ट्रीम के राजमहल, बोटूंदा, कुरासिया, नयागांव, सतवाड़ा क्षेत्र में दिनभर तेज हवा के साथ रुक-रुककर बारिश होती रही।
बारिश से जहां किसानों की सरसों की बुवाई प्रभावित हुई, वहीं बीसलपुर बांध के फिर से छलकने की संभावना प्रबल हो गई है। बांध परियोजना के अभियंताओं ने बताया कि कैचमेंट क्षेत्र में लगातार बारिश जारी है। बांध का जलस्तर पूर्ण जलभराव स्तर 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर है। ऐसे में मामूली आवक बढ़ने पर बनास नदी में पानी की निकासी की जा सकती है।
इधर, सहायक स्रोत बिगोद स्थित त्रिवेणी का जलस्तर भी बढ़ा है। सोमवार शाम तक इसका गेज 2.20 से बढ़कर 2.30 मीटर हो गया। इंजीनियरों का कहना है कि यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा, तो बांध के गेट खोलने पड़ सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो बीसलपुर बांध के इतिहास में यह दूसरी बार होगा जब अक्टूबर माह में गेट बंद होने के बाद बांध पुनः छलकेगा, जिससे एक नया रेकॉर्ड दर्ज होगा।
Updated on:
27 Oct 2025 09:46 pm
Published on:
27 Oct 2025 06:24 pm
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