श्रीगंगानगर.राज्य के सरकारी स्कूलों में इस बार अद्र्ध वार्षिक परीक्षाएं एक माह पहले आयोजित की जा रही हैं, लेकिन कोर्स अभी अधूरा है और विद्यार्थियों की तैयारी भी पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में 20 नवंबर से शुरू होने वाली परीक्षाएं विद्यार्थियों,शिक्षकों और अभिभावकों सभी के लिए तनाव का कारण बन गई हैं।
इस बार सत्र जुलाई से शुरू हुआ था, लेकिन अतिवृष्टि, प्रतियोगी परीक्षाओं, खेलकूद और त्योहारी अवकाशों के कारण अब तक केवल 60 से 70 प्रतिशत कोर्स ही पूरा हो पाया है। शिक्षा निदेशालय ने कक्षा 9 व 11 के लिए 70 प्रतिशत और 10 व 12 के लिए 100 प्रतिशत कोर्स पूरा करवाने का लक्ष्य तय किया है।
विद्यार्थियों को रीविजन का समय नहीं
अब जब स्कूलों के पास केवल 20 दिन का समय बचा है, शिक्षक फास्ट ट्रैक मोड में कोर्स पूरा कराने में जुटे हैं, जबकि विद्यार्थियों को रीविजन का समय नहीं मिल पाएगा। माना जा रहा है कि विभाग ने यह बदलाव आगामी सत्र को जुलाई से अप्रेल में स्थानांतरित करने की तैयारी के तहत किया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार 20 नवंबर से 1 दिसंबर तक कक्षा 9 से 12 तक की परीक्षाएं होंगी। निदेशक सीताराम जाट ने परीक्षा सुरक्षा को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पेपर लीक की स्थिति में संबंधित संयुक्त निदेशक जिम्मेदार होंगे।
प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के निर्देश
प्रश्न पत्रों को निजी विद्यालयों में नहीं रखा जाएगा। इन्हें संबंधित यूसीईईओ या पीईईओ के पास सुरक्षित रखा जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के तहत इन्हें थाने या मध्य विद्यालय में रखने की अनुमति दी गई है। परीक्षा दो पारियों में होगी।
अभी समय है, कोर्स पूरा करवाने का
अद्र्ध वार्षिक परीक्षा तय तिथि पर आयोजित की जाएगी। जिन विषयों की सूची में परीक्षा नहीं है, वे विद्यालय स्तर पर ली जाएंगी। अभी समय है, कोर्स पूरा करवाने का प्रयास किया जा रहा है।