सीतापुर : सीतापुर जिले में बेल्ट कांड मामले में शासन ने कड़ी कार्रवाई की है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अखिलेश प्रताप सिंह के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। वहीं इस विवाद में शामिल प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार वर्मा जेल भेज दिए गए हैं। इससे पहले रील बनाने के कारण चर्चाओं में आईं शिक्षिका अवंतिका गुप्ता को भी निलंबित किया जा चुका है।
जानकारी के मुताबिक, बीएसए पर आरोप था कि वे प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार वर्मा पर शिक्षिका अवंतिका गुप्ता की फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बना रहे थे। इसी को लेकर दोनों में विवाद हुआ। कहा जा रहा है कि बीएसए और शिक्षिका की तस्वीरें वायरल होने के बाद यह मामला और गरमा गया।
23 सितंबर को प्रधानाध्यापक विजेंद्र वर्मा, अपने खिलाफ हुई शिकायत पर सफाई देने बीएसए कार्यालय पहुंचे थे। सफाई बीएसए को पसंद नहीं आई और दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि विजेंद्र वर्मा ने मेज पर फाइल पटकी, फिर कमर से बेल्ट निकालकर बीएसए को पीटना शुरू कर दिया। वीडियो में दिखा कि उन्होंने सिर्फ छह सेकेंड में बीएसए पर पांच बार बेल्ट से प्रहार किया।
मारपीट की घटना के बाद बीएसए की शिकायत पर पुलिस ने विजेंद्र वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही बीएसए ने तत्काल प्रभाव से हेडमास्टर को निलंबित कर दिया था।
हेडमास्टर की गिरफ्तारी और निलंबन के बाद ग्रामीण और अभिभावक उनके समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने स्कूल में ताला डाल दिया है। बच्चों ने भी कक्षाओं में जाने से इनकार कर दिया और मांग की कि हेडमास्टर को जेल से रिहा किया जाए। बच्चों और अभिभावकों को समझाने पहुंची विधायक से भी नोंकझोंक हुई।
Updated on:
29 Sept 2025 03:41 pm
Published on:
26 Sept 2025 03:52 pm
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