सिवनी. निलंबित पुलिसकर्मियों द्वारा हवाला के 1 करोड़ 45 लाख रुपए के ‘बंदरबांट’ मामले की जांच करने के बाद एएसपी आयुष गुप्ता सोमवार को जबलपुर लौट गए। वह जबलपुर जोन आईजी प्रमोद वर्मा के निर्देश पर सिवनी आए थे और चार दिन तक यही रहे। उन्होंने निलंबित एसडीओपी पूजा पांडे समेत निलंबित 11 पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। जिस जगह घटना हुई थी वहां भी पहुंचे। इसके अलावा एसडीओपी कार्यालय सहित अन्य जगहों पर जांच की। हवाला कारोबार से जुड़े आरोपियों से भी पूछताछ की। दरअसल आईजी ने प्रथम दृष्टया पुलिसकर्मियों के संदिग्ध आचरण को देखते हुए उन्हें निलंबित किया था और जांच एएसपी आयुष गुप्ता को सौंपी थी। संभावना है कि वे मंगलवार को अपनी रिपोर्ट आईजी प्रमोद वर्मा को सौंपेंगे। इसके बाद निलंबित पुलिसकर्मियों पर आगे की कार्रवाई होगी। पुलिसकर्मियों पर डकैती सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो उनकी गिरफ्तारी भी होगी।
सतना एवं नागपुर से वापस लौटी टीम
आईजी ने सिवनी में हुए हवाला कारोबार से जुड़े मामले की जांच अब जबलपुर क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। ऐसे में नागपुर एवं सतना गई सिवनी पुलिस भी अब वापस लौट रही है। उम्मीद थी कि हवाला कारोबार से जुड़े बड़े नामों का खुलासा सिवनी पुलिस करेगी।
जल्दबाजी में लिया फैसला पड़ा भारी
रविवार को लखनवाड़ा टीआई को विवेचना में लापरवाही पाए जाने पर सस्पेंड करने का आदेश जारी हुआ और भी कुछ देर बाद ही इसे वापस ले लिया गया। रूटीन प्रक्रिया के तहत पांच पुलिसकर्मियों को भी एक थाना से दूसरे जगह रवाना किया गया। वहीं सिवनी नगर एसडीओपी की कमान भी अजाक एसडीओपी को सौंपी गई। हालांकि कुछ देर बाद ही एसपी ने आईजी के निर्देश पर आदेश वापस ले लिया। इससे पुलिस की काफी किरकिरी हुई। वहीं कुछ लोगों ने एसपी एवं एएसपी के कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। ऐसे में आईजी ने पूरा मामला ही जबलपुर ट्रांसफर कर दिया और सिवनी एसपी सुनील मेहता एवं एएसपी दीपक मिश्रा को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया।
हवाला कारोबारियों से मिले एक करोड़ 25 लाख
सिवनी पुलिस ने हवाला कारोबारियों से अब तक 2 करोड़ 70 लाख रुपए जब्त किए हैं। बता दें कि निलंबित पुलिसकर्मियों से एक करोड़ 45 लाख रुपए मिले थे। जिन्हें जब्त कर कोतवाली में रखवाया गया। इसके बाद नागपुर से दो आरोपियों से एक करोड़ 25 लाख रुपए और मिले हैं। लखनवाड़ा थाना पुलिस ने हवाला कारोबारियों पर संगठित अपराध के तहत मामला दर्ज कर अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पहले एक करोड़ 45 करोड़ रुपए जब्त किए थे। इसके बाद नागपुर जांच करने पहुंची सिवनी पुलिस ने आरोपी अवकाश जैन से एक करोड़ रुपए एवं अमन गुरनानी से 25 लाख रुपए जब्त किए। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इससे पहले हवाला कारोबार से जुड़े आरोपी सोहन परमार, शेख मुख्तार, इरफान पठान को गिरफ्तार किया था। हालांकि आईजी के निर्देश पर लखनवाड़ा पुलिस डायरी जबलपुर क्राइम ब्रांच को भेज रही है। जिससे अब पूरी जांच जबलपुर को स्थानांतरित हो गई है।
अब सिवनी पुलिस की भूमिका खत्म
हवाला कांड से जुड़े मामले में पुलिस दो तरह से जांच कर रही थी। एक जांच निलंबित पुलिसकर्मियों की भूमिका को लेकर है जो जबलपुर एएसपी आयुष गुप्ता कर रहे हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी। वहीं दूसरी जांच हवाला कारोबार को लेकर हो रही है। इसकी भी जांच अब जबलपुर क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। ऐसे में जांच को लेकर अब सिवनी पुलिस की भूमिका इस पूरे मामले में खत्म कर दी गई है। बताया जाता है कि संदेह था कि सिवनी पुलिस निलंबित एसडीओपी सहित 11 पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास कर रही है। संभवत: इसी वजह से आईजी ने दोनों जांच जबलपुर के अधिकारियों से कराने की सोची।
अब तक यह रहा घटनाक्रम
8 अक्टूबर की रात हवाला का पैसा कटनी से नागपुर की तरफ ले जाया जा रहा था। सूचना के आधार पर एसडीओपी पूजा पांडे, बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के सीलादेही बाइपास पर कार की जांच की। शिकायतकर्ता का आरोप है कि कार में दो करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए थे। सौदा के अनुसार पुलिस ने एक करोड़ 45 लाख रुपए अपने पास रख लिए और शेष पैसों के साथ कार समेत जाने दिया। पुलिस ने अगले दिन गुरुवार शाम तक रुपयों की जब्ती नहीं बनाई और न ही उच्च अधिकारियों को कोई जानकारी दी। गुरुवार को सिवनी पहुंचकर शिकायत की गई। हवाला कारोबार से जुड़े आरोपी ने रुपयों पर अपना दावा ठोकते हुए पुलिस अधिकारियों से शिकायत की। मामला उजागर होने पर 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। वहीं सिवनी शुक्रवारी चौक के पास स्थित एसडीओपी कार्यालय भी सीज किया जा चुका है।
Published on:
14 Oct 2025 01:32 pm
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