सिवनी. हवाला मनी लूट मामले में आखिरकार आरोपी पुलिसर्मियों पर गाज गिर गई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने मंगलवार को एसडीओपी पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर डकैती, गलत तरीके से रोकना, अपहरण और आपराधिक षडय़ंत्र की धारा के तहत एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद लखनवाड़ा थाना में मामला दर्ज कर निलंबित एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, आरक्षक माखन इवनाती, जगदीश यादव, योगेन्द्र चौरसिया, केदार बघेल, सुभाष सदाफल, नीरज राजपूत को हिरासत में लिया गया है। वहीं इस मामले में तीन आरोपी पुलिसकर्मी प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला, आरक्षक रविन्द्र उइके, आरक्षक रितेश अब भी फरार हैं। जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। बुधवार को एसआईटी उन्हें कोर्ट में पेश करेगी। डीआईजी राकेश सिंह ने बताया कि जबलपुर एसआईटी टीम मामले की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि सिवनी जिले में 8-9 अक्टूबर की दरमियानी रात लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के सीलादेही बाइपास पर पुलिसकर्मियों ने पैसों से भरी कार की चेकिंग की। हालांकि इसमें से बड़ी राशि अपने पास रख लिया और अगले दिन शाम तक जब्ती नहीं बनाई और न ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचित किया। पुलिसकर्मियों के संदिग्ध आचरण को देखते हुए एसडीओपी, थाना प्रभारी समेत 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट करके पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज होने की जानकारी दी। उन्होंने पोस्ट किया कि मध्यप्रदेश में कानून सबके लिए समान है। सिवनी हवाला मनी लूट प्रकरण में एसडीओपी समेत 11 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। 8 को हिरासत में लिया गया है। कानून का उल्लंघन करने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में सुशासन और कानून व्यवस्था सर्वोपरि है।
Published on:
15 Oct 2025 02:23 pm
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