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पुलिस पर 1 करोड़ 51 लाख रुपए की ‘बंदरबांट’ का आरोप, एसडीओपी निलंबित, कार्यालय सीज

हवाला का पैसा होने की संभावना, आईजी के निर्देश पर एएसपी जांच में जुटे

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सिवनी. जिले में खाकी शर्मसार हो गई है। पुलिस पर एक करोड़ 51 लाख रुपए के ‘बंदरबांट’ का आरोप लगाया गया है। रुपए हवाला के बताए जा रहे हैं। मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचने के बाद सीएसपी, टीआई समेत दस पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं। मामले की जांच जबलपुर जोन आईजी प्रमोद वर्मा ने एएसपी आयुष गुप्ता को सौंपी है। उन्होंने शुक्रवार को निलंबित पुलिसकर्मियों के बयान लिए हैं। वह अपनी रिपोर्ट आईजी को सौपेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात सूचना के आधार पर सिवनी सीएसपी पूजा पांडे के निर्देशन में बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के सीलादेही बाइपास पर एक कार को जांच के लिए रोका। कार कटनी से नागपुर की तरफ जा रही थी। कार में रुपए पाए गए। रुपए हवाला के बताए जा रहे हैं। आरोप है कि पुलिस ने कार में मौजूद दो लोगों को भगा दिया। सीएसपी ने इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को भी नहीं दी। गुरुवार को आवेदक सीएसपी ऑफिस पहुंचा और रुपयों की मांग की। जवाब न मिलने पर उच्च अधिकारियों को शिकायत की। मामला संदिग्ध पाए जाने के बाद जबलपुर जोन आईजी ने तत्काल प्रभाव से टीआई समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। वहीं शुक्रवार को डीजीपी कैलाश मकवाना ने सीएसपी पूजा पांडे को भी निलंबित कर दिया।

शाम तक नहीं बनाई गई जब्ती
पुलिस ने बुधवार रात रुपयों से भरी कार जब्त होने के बाद भी गुरुवार शाम तक जब्ती नहीं बनाई और न ही संबंधित विभाग को इसकी सूचना दी। उच्च अधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं दी। वहीं दूसरी तरफ सीएसपी पूजा पांडे एवं बंडोल थाना प्रभारी पर हवाला के एक करोड़ 51 लाख रुपए दबाने का आरोप लगा है। आरोप है कि अफसरों ने नागपुर के शख्स से दो करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए जब्त किए थे। मामला उजागर होने के बाद उन्होंने रिपोर्ट में जब्ती सिर्फ एक करोड़ 45 लाख रुपए दिखाए। आरोपी को भी बिना कार्रवाई छोड़ दिया।

कार में पांच सौ रुपए के नोट
एसपी सुनील मेहता के अनुसार कार में 500 रुपए के नोट पाए गए हैं। सीएसपी पूजा पांडे एवं बंडोल थाना प्रभारी ने एक करोड़ 45 लाख रुपए दिए हैं। इसे कोतवाली में रखा गया है और मामला इनकम टैक्स को सौंपा जा रहा है।

पूरे दिन लिए गए बयान
निलंबित पुलिसकर्मियों से एएसपी ने शुक्रवार को बयान लिए वहीं सीएसपी ऑफिस को भी सीज कर दिया गया है।

ये पुलिसकर्मी हुए निलंबित
निलंबित पुलिसकर्मियों में सीएसपी पूजा पांडे, बंडोल थाना प्रभारी उप निरीक्षक अर्पित भैरम, एसडीओपी कार्यालय सिवनी में तैनात प्रधान आरक्षक माखन, रीडर रविन्द्र उईके, रीडर आरक्षक जगदीश यादव, आरक्षक योगेन्द्र चौरसिया, आरक्षक चालक रितेश, बंडोल थाना में पदस्थ आरक्षक नीरज राजपूत, आरक्षक गनमैन केदार, आरक्षक गनमैन सदाफल शामिल है।

कटनी से जालान जा रहा था रुपया
पुलिस के अनुसार रुपयों से भरी कार मध्यप्रदेश के कटनी से महाराष्ट्र के जालान जा रही थी। जालान निवासी आवेदक सोहन परमार ने पुलिस पर ‘बंदरबांट’ का आरोप लगाया है। आवेदक के अनुसार कार में दो करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए थे। जबकि पुलिस ने एक करोड़ 45 लाख रुपए की जब्ती दिखाई है। यानी आवेदक के अनुसार एक करोड़ 51 लाख रुपए गायब हैं। ऐसे में आवेदक या पुलिस में से कौन झूठ बोल रहा है, यह भी जांच का विषय है। हालांकि पुलिस अभी यह भी नहीं बता पा रही है कि पैसा कहां से लाया गया था और यह कहां खर्च होना था। हवाला का पैसे को लेकर भी पुलिस कुछ नहीं कह रही है। फिलहाल पुलिस ने मामला इनकम टैक्स को सौंप दिया है। अब विभाग ही आवेदक से पूछताछ करेगी। जबलपुर एएसपी आयुष गुप्ता अपनी रिपोर्ट एक से दो दिन में आईजी को सौपेंगे। इसके बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा।