Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

8 अक्टूबर की रात डाली थी डकैती, पांच पुलिसकर्मी हिरासत में, मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट

घटना 8 अक्टूबर की रात लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के सीलादेही बाइपास पर घटित हुई थी।

2 min read

सिवनी. जिले में पुलिसकर्मियों द्वारा हवाला के तीन करोड़ रुपए के ‘बंदरबांट’ के आरोप मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने मंगलवार को निलंबित एसडीओपी पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद लखनवाड़ा थाना में मामला दर्ज कर पूजा पांडे, बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम सहित पांच पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया गया। वहीं शेष छह पुलिसकर्मी फरार बताए जा रहे हैं। घटना 8 अक्टूबर की रात लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के सीलादेही बाइपास पर घटित हुई थी। पुलिसकर्मियों ने कटनी से नागपुर जा रहे पैसों से भरी कार में डकैती डाली थी। रुपया हवाला का था। इसलिए पुलिसकर्मियों ने आरोपियों को डरा धमकाकर आधे रुपए ले लिए थे। अगले दिन शाम तक जब्ती नहीं बनाई और न ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचित किया। हवाला कारोबार से जुड़े लोगों ने जब पुलिस अधिकारियों को सूचित किया तब पुलिसकर्मियों ने एक करोड़ 45 लाख रुपए पुलिस अधिकारियों को दिए। इसके बाद एसडीओपी, थाना प्रभारी समेत 11 पुलिसकर्मियों के संदिग्ध आचरण को देखते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया था। वहीं मामले की जांच जबलपुर एएसपी आयुष गुप्ता को सौंपी गई थी। बताया जाता है कि उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट जबलपुर जोन आईजी को सौंप दी है। इसी के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी ने पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया है। पुलिसकर्मियों पर डकैती, गलत तरीके से रोकना, अपहरण और आपराधिक षडय़ंत्र की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।

डीआईजी पहुंचे सिवनी पुलिस कंट्रोल रूम
डीजीपी के आदेश के कुछ देर बाद डीआईजी राकेश सिंह भी सिवनी पुलिस कंट्रोल रूम पहुंच गए हैं। संभवत: कुछ देर में वह प्रेस कान्फ्रेंस भी करेंगे। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।

मुख्यमंत्री ने टï्वीट कर दी जानकारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट करके पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज होने की जानकारी दी। उन्होंने पोस्ट किया कि मध्यप्रदेश में कानून सबके लिए समान है। सिवनी हवाला मनी लूट प्रकरण में एसडीओपी समेत 11 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। पांच को हिरासत में लिया गया है। कानून का उल्लंघन करने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में सुशासन और कानून व्यवस्था सर्वोपरि है।