Premananda Maharaj : प्रेमानंद महाराज का चमत्कारी मंत्र (फोटो सोर्स: bhajanmargofficial11)
Premananda Maharaj Miracle Mantra : वृंदावन के पूज्य संत, प्रेमानंद महाराज इन दिनों अपनी सेहत को लेकर चर्चा में है। उनकी दोनों किडनियों का इलाज चल रहा है। महाराज ने अपने किडनी की स्थिति के बारे में खुद बताया। वह डायलिसिस करवा रहे हैं। इसलिए प्रेमानंद जी ने अपनी रोजाना की सुबह होने वाली सैर को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। प्रेमानंद महाराज लाखों लोगों के लिए अध्यात्म और जीवन का सार बन चुके हैं। उनकी दिव्य और सरल वाणी सीधे हृदय को छूती है। यही वजह है कि उनकी लोकप्रियता देश-विदेश में तेजी से बढ़ रही है। जो भी उनके सान्निध्य में आता है, वह जीवन की उलझनों का समाधान पाकर जाता है।
महाराज जी के सत्संग में अक्सर भक्त ऐसे सवाल पूछते हैं जो हर आम इंसान के मन में उठते हैं। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण सवाल एक जिज्ञासु भक्त ने पूछा: "महाराज जी, सबसे उत्तम मंत्र कौन सा है जिसे जपने से शीघ्र लाभ मिले?
महाराज जी ने इस प्रश्न का उत्तर बेहद सरलता और गहराई से दिया, जिसने मंत्र जाप के प्रति हमारी समझ को पूरी तरह बदल दिया।
प्रेमानंद महाराज जी ने स्पष्ट किया कि भगवान का नाम ही सबसे बड़ा महामंत्र है और वह अनंत है।
उन्होंने कहा कि नाम-जप करने में किसी तरह का कोई निषेध (रोक) नहीं है। यह नाम-जप हर व्यक्ति, हर परिस्थिति में कर सकता है, चाहे वह कहीं भी हो और किसी भी अवस्था में हो।
सरल भाषा में कहें तो: किसी भी मंत्र या नाम को जपने से पहले हमें बहुत से नियमों का पालन करना पड़ता है (जैसे स्नान करना, सही आसन, सही उच्चारण), लेकिन भगवान का नाम (जैसे राम, कृष्ण, हरि, राधा) जपने में कोई बंधन नहीं है। आप चलते-फिरते, काम करते हुए या सोते हुए भी उनका नाम ले सकते हैं।
भक्तों के मन में अक्सर यह द्वंद्व रहता है कि कौन सा मंत्र अधिक शक्तिशाली है या कौन सा नाम अधिक फलदायी। इस पर महाराज जी ने बहुत ही गहरी बात बताई।
उन्होंने कहा, "मंत्र के विषय में ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि कौन सा मंत्र बड़ा है और कौन सा हल्का है।
जब एक भक्त ने विशेष रूप से भगवान कृष्ण का सबसे शक्तिशाली मंत्र पूछा, तो महाराज जी ने उत्तर दिया कि:
भगवान कृष्ण के सब नामों में, सब मंत्रों में समान शक्ति विराजमान है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मन में कभी ऐसी भावना न लाएं कि 'यह नाम तो हल्का है' या यह मंत्र कम प्रभावी है।
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति रोग और शोक से मुक्त होना चाहता है, तो उसके लिए एक ही उपाय है, उसे रोज सुबह कम से कम 10 मिनट निकालकर कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः का जाप करना होगा।
"कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रार्थनाः क्लेनाशाय गोविंदाय नमो नमः"
शरीर के रोग दूर हो जाएंगे और आप संसार में आनंदित हो जाएंगे, आपको अद्भुत सुख की प्राप्ति होगी। जब आप इस पथ पर कदम रखेंगे तो आपको मिथ्या प्रवृत्तियों का त्याग करना होगा।
Published on:
15 Oct 2025 03:29 pm
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