आजम खान का Y सुरक्षा से इनकार! Image Source - 'X' @AbdullahAzamMLA
Azam khan refuses y category security: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान ने एक बार फिर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। सरकार की ओर से प्रस्तावित वाई श्रेणी सुरक्षा स्वीकार करने से उन्होंने साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक सरकार की तरफ से लिखित आदेश नहीं मिल जाता, तब तक वह सुरक्षा नहीं लेंगे। जेल से रिहाई के बाद आजम खान ने कहा कि उन्हें किसी भी तरह का कोई आधिकारिक पत्र या दस्तावेज प्राप्त नहीं हुआ है।
आजम ख़ान ने बताया कि सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को उन्होंने ख़ुद निर्देश दिए हैं कि पहले सरकार का लिखित आदेश लेकर आएं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब एक बार का विधायक केंद्र सरकार के कमांडो के साथ सुरक्षा प्राप्त कर सकता है, तो मुझे केवल वाई श्रेणी की सुरक्षा क्यों दी गई है? यह बयान सियासी गलियारों में नई बहस छेड़ रहा है।
सपा नेता ने वाई श्रेणी सुरक्षा के खर्चे का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस श्रेणी में वाहन और अन्य व्यवस्थाओं का खर्च व्यक्ति को खुद उठाना पड़ता है, जो वह वर्तमान में वहन करने की स्थिति में नहीं हैं। जेल से बाहर आने के बाद आजम लगातार चर्चा में बने हुए हैं और अब सुरक्षा पर यह बयान उनके राजनीतिक रुख को और मुखर बना रहा है।
इससे पहले भी आजम खान ने अपनी सुरक्षा लौटाई थी। वह 27 माह तक सीतापुर जेल में रहे थे। जब उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था, तब सरकार ने उन्हें सुरक्षा वापस दी थी, लेकिन उस समय भी उन्होंने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया था।
23 माह की सजा काटने के बाद जब आजम खान जेल से बाहर आए, तो उन्हें फिर से वाई श्रेणी सुरक्षा दी गई। इस व्यवस्था में छह पुलिसकर्मी 24 घंटे उनकी निगरानी में रहेंगे। आजम खान दस बार के विधायक, एक बार के सांसद और पांच बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं।
भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद आजम खान पर कानूनी शिकंजा और कसता गया। उन पर लूट, चोरी, डकैती, मारपीट और सरकारी संपत्ति से जुड़े मामलों में एक के बाद एक सौ से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए। डूंगरपुर और यतीमखाना बस्ती प्रकरण उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई के रूप में सामने आए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आजम खान की वाई श्रेणी सुरक्षा पहले भी जारी थी। इसे खत्म नहीं किया गया था, बल्कि पुनः सक्रिय कर दिया गया है। एसपी विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि नियमों के अनुसार पांच पुलिसकर्मी उनके आवास पर तैनात रहेंगे, जबकि तीन हमेशा उनके साथ रहेंगे।
Updated on:
14 Oct 2025 08:07 pm
Published on:
14 Oct 2025 03:35 pm
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