बिहार में चुनाव की तारीखें जारी होने के बाद लग जाएगी आचार संहिता। (फोटो : फ्री पिक)
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे की उलझन सुलझने का नाम ही नहीं ले रही है। सीटों की संख्या तय होने के बाद अब पसंद की सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है। ऐसे में अब सीट बंटवारे की घोषणा के बिना ही उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की तैयारी चल रही है। इधर, कांग्रेस केन्द्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक मंगलवार शाम को फिर से हुई।
दरअसल, महागठबंधन की अगुवाई कर रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच पसंद की सीटों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस तरह के हालात में सीट बंटवारे की अधिकारिक घोषणा होना मुश्किल दिख रहा है। सीपीआई (एमएल) ने 18 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया। वहीं कांग्रेस भी करीब 25 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की तैयारी में दिख रही है। इसके लिए सीईसी की बैठक चल रही है। उधर, राजद के नेता तेजस्वी यादव के दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात किए बिना पटना लौट गए।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राजद इस बात पर राजी है कि कांग्रेस 60-61 सीटों पर चुनाव लड़े, लेकिन कहलगांव, नरकटियागंज, वारिसलीगंज, चैनपुर, बछवाड़ा समेत कीब 10 से 15 सीटों को लेकर दोनों पार्टियों में टकराव है। इसके अलावा वीआईपी भी अधिक सीटों को लेकर दबाव बनाए हुए हैं।
Published on:
15 Oct 2025 01:22 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग