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चुनाव आयोग के अफसर की पत्नी को लालू यादव ने दिया टिकट, 6 महीने पहले ट्रांसफर लेकर आए थे पटना

Bihar Chunav 2025: राष्ट्रीय जनता दल ने सारण के परसा विधानसभा क्षेत्र से डॉ करिश्मा राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। करिश्मा राय चुनाव आयोग के नोडल अधिकारी विजय सिंह यादव की पत्नी हैं। 

2 min read

पटना

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Anand Shekhar

Oct 16, 2025

bihar chunav 2025

डॉ करिश्मा राय

Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच एक बड़ा विवाद सामने आया है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार के सीजीएसटी कमिश्नर एवं चुनाव आयोग के नोडल अधिकारी विजय सिंह यादव की पत्नी डॉ. करिश्मा राय को सिंबल दिया है। पार्टी ने उन्हें सारण जिला के परसा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है।

अप्रैल में ट्रांसफर, तीन महीने से चुनाव तैयारी

सूत्रों के अनुसार, विजय सिंह यादव मूल रूप से भोजपुर (आरा) जिले के रहने वाले हैं और अप्रैल 2025 में प्रयागराज से ट्रांसफर लेकर पटना आए थे। उनकी पत्नी डॉ. करिश्मा राय पिछले तीन महीनों से सारण जिले की परसा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी थीं। इस दौरान उनके पति खुद चुनाव आयोग के नोडल अफसर के रूप में राज्य में चुनावी प्रक्रियाओं की निगरानी कर रहे थे। जानकारों का कहना है कि यह सीधे तौर पर हितों के टकराव (Conflict of Interest) का मामला बन सकता है, क्योंकि एक तरफ अधिकारी चुनाव प्रक्रिया में शामिल हैं, वहीं उनकी पत्नी उसी राज्य में प्रत्याशी बन गई हैं।

कौन हैं डॉ. करिश्मा राय?

डॉ. करिश्मा राय, पेशे से डेंटिस्ट हैं और बिहार के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आती हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती और चंद्रिका राय की भतीजी हैं। साथ ही, वे तेज प्रताप यादव की साली भी हैं, क्योंकि चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय तेज प्रताप यादव की पत्नी (वर्तमान में तलाक का मामला कोर्ट में लंबित) हैं।

ऐश्वर्या राय और तेज प्रताप की शादी 2018 में हुई थी, लेकिन छह महीने बाद ही तलाक की अर्जी दाखिल कर दी गई थी। उसके बाद से दरोगा राय और लालू यादव परिवारों के रिश्ते ठंडे पड़ गए थे। अब जब करिश्मा राय को लालू यादव ने टिकट दिया, तो इसे एक राजनीतिक “सुलह” या सियासी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।

कई नामों पर हुआ मंथन

सूत्रों का कहना है कि राजद ने परसा सीट को लेकर पहले से ही कई नामों पर मंथन किया था। लेकिन करिश्मा राय के नाम की घोषणा के साथ ही लालू यादव ने एक बार फिर राजनीतिक चौंकाने वाला कदम उठाया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पार्टी को उम्मीद है कि इससे ग्रामीण और युवा मतदाता वर्ग में सकारात्मक संदेश जाएगा। हालांकि, अफसर पति की भूमिका और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठने से यह कदम विवादों में घिर गया है।

नियम क्या कहते हैं?

  • हितों का टकराव (Conflict of Interest): चुनाव ड्यूटी में शामिल किसी भी अधिकारी के परिवार का सदस्य अगर उसी क्षेत्र से चुनाव लड़ता है तो ऐसी स्थिति में अधिकारी को तत्काल उस जिम्मेदारी से हटाना या ट्रांसफर करना जरूरी होता है।
  • मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट: आचार संहिता लागू होने के बाद ऐसे अधिकारी को उस जिले या क्षेत्र से 50 किमी के दायरे से बाहर भेजना अनिवार्य होता है।
  • संपत्ति घोषणा नियम: प्रत्याशी को अपने और पति/पत्नी की आय के स्रोत का खुलासा करना होता है। यानी करिश्मा राय को अपने हलफनामे में पति विजय सिंह यादव की सीजीएसटी पद की आय का पूरा ब्यौरा देना होगा।