
जनजागरूकता और कर छूट से बढ़े उपयोग
सूर्य, जल और वायु से प्राप्त ऊर्जा पूर्णतः प्राकृतिक, प्रदूषणमुक्त और सस्ती होती है। इसके उपयोग से जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण में कमी आती है। सरकार को इसके लाभों का व्यापक प्रचार करना चाहिए तथा उपभोक्ताओं को टैक्स छूट और सब्सिडी जैसे प्रोत्साहन देने चाहिए ताकि नवीकरणीय ऊर्जा का प्रसार अधिक तेज़ी से हो सके।
– ओमप्रकाश श्रीवास्तव, उदयपुरा (म.प्र.)
घर-घर सौर ऊर्जा की दिशा में कदम
लोगों को अपने घरों की छतों पर सौर सिस्टम लगाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्हें इसके पर्यावरणीय और आर्थिक लाभों के बारे में जानकारी दी जाए। साथ ही सरकार को सब्सिडी देकर सौर ऊर्जा के प्रसार को प्रोत्साहन देना चाहिए ताकि हर परिवार इसका लाभ उठा सके।
– मनीषा बिश्नोई, बीकानेर
सेमिनारों से बढ़े नवीकरणीय ऊर्जा की समझ
नवीकरणीय ऊर्जा ऐसे स्रोतों से प्राप्त होती है जो प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होकर पुनः निर्मित हो सकते हैं, जैसे सौर, पवन और जलविद्युत ऊर्जा। लोगों को इनकी उपयोगिता समझाने के लिए सेमिनारों का आयोजन किया जाए और सस्ती ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराए जाएं, ताकि आमजन भी अपने घरों की छतों पर सौर पैनल लगाकर स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में भागीदार बन सकें।
– निर्मला वशिष्ठ, राजगढ़ (अलवर)
जीवाश्म ईंधन की जगह स्वच्छ विकल्पों पर जोर
वर्तमान समय में सरकार को ऊर्जा उत्पादन और परिवहन के क्षेत्र में तापीय और जीवाश्म ईंधनों की जगह पवन, सौर और ज्वारीय ऊर्जा जैसे स्वच्छ विकल्पों को प्राथमिकता देनी चाहिए। साथ ही, इन संसाधनों के क्रय पर सब्सिडी देकर आमजन को इनके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
– विनायक गोयल, रतलाम (म.प्र.)
हरित नीतियों से ऊर्जा आत्मनिर्भरता
नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार को हरित ऊर्जा की खुली पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए। सौर और पवन ऊर्जा के भंडारण हेतु आधुनिक टरबाइन और पैनल स्थापित किए जाएं। अंतरराज्यीय शुल्क में छूट, टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया, ‘प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान मिशन’ और ‘राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन’ जैसी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जरूरी है। हर व्यक्ति को अपनी छत पर सौर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया जाए और इसके लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
– लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़
तकनीक और शिक्षा से हरित ऊर्जा को बल
नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार के लिए सौर व पवन ऊर्जा परियोजनाओं को कर रियायतें दी जाएं, ग्रामीण क्षेत्रों में सौर पैनल स्थापित हों, और ऊर्जा दक्ष तकनीकों को बढ़ावा दिया जाए। सार्वजनिक-निजी साझेदारी को प्रोत्साहित कर हरित ऊर्जा निवेश बढ़ाया जाए। साथ ही, स्कूलों में ऊर्जा साक्षरता कार्यक्रम शुरू किए जाएं ताकि आने वाली पीढ़ी भी स्वच्छ ऊर्जा के महत्व को समझे।
– अमृतलाल मारू ‘रवि’, इंदौर (म.प्र.)
भारत बने सौर ऊर्जा की राजधानी
भारत ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और सौर ऊर्जा के उपयोग में विश्व में अग्रणी बन रहा है। सौर ऊर्जा असीमित, प्रदूषणमुक्त और सस्ती है। घरों पर सौर पैनल लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि भारत वास्तव में ‘सोलर पावर की राजधानी’ के रूप में अपनी पहचान को और मजबूत कर सके।
– साजिद अली, चंदन नगर (इंदौर)
Published on:
03 Nov 2025 07:52 pm
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