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आपने 10 साल तक पंजाब को बदनाम किया…AAP के बयान पर भड़की BJP, अरविंद केजरीवाल पर हमला

Delhi Pollution Politics: दिवाली के बाद दिल्ली में अचानक बढ़े प्रदूषण लेवल पर सियासत में उबाल है। इसको लेकर भाजपा सरकार और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ गई है।

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BJP counter attack AAP leader Saurabh Bharadwaj statement political attack on Arvind Kejriwal in Delhi pollution Politics

दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण स्तर को लेकर भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर किया हमला।

Delhi Pollution Politics: दिल्ली की हवा इस समय राजनीति और प्रदूषण दोनों की चपेट में है। एक ओर जहां AQI लगातार ‘बेहद खराब’ स्तर पर बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। इससे दिवाली के बाद बढ़े प्रदूषण का मुद्दा और गरमा गया है। इसके तहत पंजाब में पराली जलाने से लेकर दिल्ली की जहरीली हवा तक बहसबाजी तेज हो गई। एक ओर जहां आम आदमी पार्टी दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन में फेल होने का आरोप लगा रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर के पीछे पंजाब में जलाई जा रही पराली को जिम्मेदार बता रही है। इसी वाद-विवाद में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल को अनपढ़ तक कह डाला।

AAP के ट्वीट पर भड़के सिरसा

दरअसल, यह विवाद आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज के एक पोस्ट के बाद शुरू हुआ। भारद्वाज ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर तंज कसते हुए कहा था कि “पंजाब का AQI 156 है, जबकि दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है तो फिर कैसे कहा जा सकता है कि पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली की हवा खराब हो रही है?” उनका यह बयान बीजेपी के उन दावों का जवाब था, जिनमें कहा जा रहा था कि पंजाब की पराली से दिल्ली का प्रदूषण बढ़ रहा है। AAP नेता सौरभ भारद्वाज की इस टिप्पणी पर भाजपा मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा भड़क गए। उन्होंने AAP के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल पर सीधा वार किया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल खुद उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने पहले पराली जलाने को दिल्ली की हवा के लिए जिम्मेदार ठहराया था। अब वही अपनी बातों से पीछे हट रहे हैं।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने केजरीवाल को बताया अनपढ़

समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में सिरसा ने कहा, “केजरीवाल खुद अनपढ़ हैं। उनके पुराने वीडियो देख लीजिए, जहां वह विस्तार से बताते हैं कि पंजाब की पराली का धुआं कैसे दिल्ली की हवा को जहरीला बनाता है। अब जब वही बात उनकी पार्टी के खिलाफ जा रही है, तो वे पलट गए हैं। अगर उनकी पार्टी के नेता अनपढ़ हैं, तो मैं क्या कर सकता हूं?” सिरसा ने AAP पर गंभीर आरोप लगाया कि पार्टी ने पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए उकसाया और मोहरा बनाया है।

पंजाब की AAP सरकार पर सिरसा का बड़ा आरोप

सिरसा ने दावा किया कि AAP की नीतियों ने पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कुछ कथित वीडियो भी दिखाए, जिनमें किसानों को खेतों में पराली जलाते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, “किसान पराली जलाना नहीं चाहते, लेकिन AAP सरकार ने उन्हें ऐसा करने को कहा। उन्हें यह तक कहा गया कि चेहरा छिपाकर पराली जलाएं ताकि इसका दोष किसी और पर न जाए। यह दिल्ली की हवा को खराब करने की एक सोची-समझी रणनीति है।” सिरसा ने केजरीवाल पर यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने दस सालों तक पंजाब के किसानों को “खलनायक” के रूप में पेश किया और अब राजनीतिक फायदा उठाने के लिए मुद्दे को पलट दिया है।

दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में, GRAP-2 लागू

इस सियासी जंग के बीच दिल्ली की हवा का हाल लगातार बिगड़ता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह 7 बजे दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।

दिल्ली में बेहद खराब मिली हवा की गुणवत्ता

क्षेत्र AQI स्तर श्रेणी
आरके पुरम380बेहद खराब
आनंद विहार355बेहद खराब
अशोक विहार355बेहद खराब
बवाना376बेहद खराब
द्वारका सेक्टर-8353बेहद खराब
आईटीओ362बेहद खराब
नेहरू नगर394बेहद खराब
चांदनी चौक332बेहद खराब
अक्षरधाम360बेहद खराब

दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता में गिरावट को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने रविवार को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-2 को लागू कर दिया है। CAQM ने कहा कि GRAP के पहले दो चरणों के तहत सभी आवश्यक कदम जैसे निर्माण स्थलों की निगरानी, सड़क पर धूल कम करने के उपाय और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती पहले ही शुरू कर दी गई है। आयोग ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि हवा की गुणवत्ता और खराब होती है तो GRAP के तीसरे चरण को भी लागू करना पड़ सकता है, जिसमें डीजल जेनरेटर बंद करने और कुछ औद्योगिक गतिविधियों पर रोक जैसे कड़े कदम शामिल हैं।