India Pakistan War Updates: पाकिस्तान की ओर से भारत पर हमलों की नाकाम कोशिशों के बीच जम्मू-कश्मीर में तनाव का माहौल है। गुरुवार देर रात पाकिस्तान ने जम्मू में ड्रोन हमले की कोशिश की, जो भारतीय सेना की मुस्तैदी के चलते नाकाम रही। इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार सुबह जल्दबाजी में जम्मू का दौरा किया। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू में एयरस्ट्रिप और पठानकोट एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को विफल कर दिया। घटना के बाद क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी है, और पंजाब के गुरदासपुर में ब्लैकआउट लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सुबह जम्मू पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अब्दुल्ला ने कहा, "हमारी सेना और सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं। पाकिस्तान की कोई भी नापाक कोशिश कामयाब नहीं होगी।"
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 28 लोग मारे गए थे, के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और भारतीय हवाई क्षेत्र को पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद करना शामिल है। इसके अलावा, भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "पाकिस्तान ने मानवता की हत्या की है। भारत को अब और सब्र नहीं करना चाहिए।" वहीं, तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा, "पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब देने का समय आ गया है। PoK को वापस लेने का वक्त है।"
अधिकारी ने बताया कि न तो किसी के हताहत होने की खबर है और न ही किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच पहले से चले आ रहे तनाव के बीच संघर्ष दूसरे दिन और तेज हो गया। सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन ने जम्मू के सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया कस्बों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को विफल कर दिया।
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी उकसावे का करारा जवाब देगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया बैठक में सुरक्षा और कूटनीतिक रणनीतियों पर चर्चा हुई। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने भी समुद्री क्षेत्र में रणनीतिक तैयारियों को तेज करने की बात कही। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ी है। CM अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर शांति और विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई है।
Updated on:
09 May 2025 12:50 pm
Published on:
09 May 2025 10:22 am