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झारखंड में नक्सलियों का आतंक, चाईबासा में एयरटेल के टावर में लगाई आग, मोबाइल सेवा पूरी तरह से ठप

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में भाकपा माओवादी नक्सलियों ने एयरटेल के मोबाइल टावर को आग लगा दी, जिससे सेवा ठप हो गई। नक्सलियों ने पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अपने साथियों के विरोध में 8-14 अक्टूबर तक प्रतिरोध सप्ताह मनाने का ऐलान किया है और जगह-जगह तोड़फोड़ कर रहे हैं

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चाईबासा में एयरटेल के टावर में पेट्रल छिड़ककर लगाई आग। (फोटो- IANS)

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के जराईकेला थाना क्षेत्र में भाकपा (माओवादी) नक्सलियों ने एक मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया। यह टावर एयरटेल कंपनी का है, जो पूरी तरह नष्ट हो गया है। इससे इलाके में कंपनी की मोबाइल सेवा ठप हो गई है।

भाकपा माओवादी संगठन के कई नक्सली हाल के महीनों में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं, जिसके विरोध में संगठन ने 8 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक प्रतिरोध सप्ताह मनाने का ऐलान किया है।

पहले नक्सलियों ने किया था धमाका

इसके पहले शुक्रवार की देर रात नक्सलियों ने इसी जिले के सारंडा जंगल में सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए चार आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) धमाके किए थे, जिनमें सीआरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद हो गए, जबकि दो अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए थे।

ताजा घटना जराईकेला प्रखंड के कोलबेंगा गांव की है, जहां हथियारबंद नक्सली रविवार तड़के पहुंचे और टावर के पास मौजूद कर्मचारियों को बंदूक दिखाकर भगा दिया।

आसपास के इलाकों में दहशत

इसके बाद उन्होंने टावर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। इस वारदात के बाद गांव और आसपास के इलाकों में दहशत है। सूचना मिलते ही पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।

सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की तलाश में जंगलों और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त बल तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों से अफवाहों से बचने और सहयोग बनाए रखने की अपील की है। लगातार हो रही इन घटनाओं से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है।

पुलिस अधिकरी ने क्या कहा?

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि माओवादी संगठन प्रतिरोध सप्ताह के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहा है। हालांकि, उनकी गतिविधियों पर रोक के लिए सुरक्षाबलों की ओर से लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।