हत्या के आरोप में फंसे DGP का बयान (X)
पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा (DGP Mohammad Mustafa) पर अपने ही बेटे अकील अख्तर की हत्या की साजिश रचने और बहू से अवैध संबंध रखने के गंभीर आरोपों के बीच चुप्पी तोड़ी है। सहारनपुर के पैतृक गांव हरडा खेड़ी में मीडिया से बातचीत करते हुए मुस्तफा ने बेटे की 18 साल पुरानी मेडिकल हिस्ट्री का हवाला देते हुए कहा, "मेरा बेटा एक मरीज था। वह 18 सालों से नशे का आदी था और गंभीर मानसिक बीमारी से जूझ रहा था। पूरी पंजाब पुलिस को इसकी जानकारी है।" उन्होंने परिवार पर लगे आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा कि जांच में सब साफ हो जाएगा।
मामला हरियाणा के पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स से जुड़ा है, जहां 16 अक्टूबर को 35 वर्षीय अकील अख्तर की संदिग्ध मौत हो गई थी। शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर दाहिनी कोहनी के पास सिरिंज का निशान मिला, जो ड्रग्स ओवरडोज की ओर इशारा करता है। परिवार ने इसे नशे की लत से जोड़ते हुए बताया कि अकील लंबे समय से ड्रग्स का शिकार था। लेकिन मौत से कुछ दिन पहले अकील ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने पिता मोहम्मद मुस्तफा पर अपनी पत्नी (उनकी बहू) से अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया। वीडियो में अकील ने कहा, "मैंने डेढ़ साल पहले अपने डैड और वाइफ का अफेयर डिस्कवर किया। मेरी मां और बहन मुझे मारने की साजिश रच रही हैं।" इस वीडियो के वायरल होने के बाद पंचकूला के मनसा देवी थाने में पड़ोसी शमसुद्दीन की शिकायत पर 20 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई।
एफआईआर में पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, बेटी, बहू और एक अन्य को आरोपी बनाया गया है। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) (हत्या) और 61 (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत केस दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता शमसुद्दीन ने दावा किया कि अकील ने 27 अगस्त को रिकॉर्ड किए गए वीडियो में परिवार पर हत्या की साजिश का जिक्र किया था।
मंगलवार को सहारनपुर पहुंचे मुस्तफा ने भावुक होकर कहा, "मैंने जीवनभर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ी, लेकिन अपने बेटे को नहीं बचा सका। अकील ने कई बार मुझ पर हाथ उठाया और घर में कोठा चलाने जैसे आरोप लगाए। उसकी मानसिक हालत इतनी खराब थी कि हमने उसके स्कूल-यूनिवर्सिटी कई बार बदले।" उन्होंने आरोप लगाने वाले शमसुद्दीन को "बैंक फ्रॉड और अन्य आपराधिक मामलों का आरोपी" बताया और कहा, "यह व्यक्ति न तो मेरा पड़ोसी है, न रिश्तेदार। यह सब बदले की राजनीति है।" मुस्तफा ने आगे कहा, "डीजीपी रहते मैंने सिपाहियों से माफी मांगी, अब एक सिपाही की तरह इन आरोपों का सामना करूंगा। एसआईटी जांच करेगी, सच्चाई सामने आ जाएगी।"
पंचकूला पुलिस ने मामले की गहन जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की है। डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कोई संदिग्ध बात नहीं मिली थी, लेकिन वीडियो और शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई। मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, सिरिंज का निशान पुराना नशे की लत का संकेत देता है, जहां व्यक्ति पहले बाएं हाथ पर इंजेक्शन लेता है और बाद में दाएं हाथ पर शिफ्ट हो जाता है। पुलिस अब अकील के पुराने मेडिकल रिकॉर्ड्स और वीडियो की फॉरेंसिक जांच कर रही है।
Published on:
22 Oct 2025 12:07 pm
बड़ी खबरें
View Allराष्ट्रीय
ट्रेंडिंग