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‘RSS के पास पैसा कहां से आ रहा है’, कांग्रेस नेता ने उठाए सवाल

कांग्रेस ने RSS की फंडिंग को लेकर सवाल उठाए है। कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि आरएसएस अपंजीकृत संगठन है तो फंडिंग कहां से होती है।

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Congress ने RSS की फंडिंग पर सवाल उठाए (Photo-IANS)

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने एक बार फिर RSS पर निशाना साधा है। उन्होंने बुधवार को संघ की फंडिंग को लेकर गंभीर सवाल उठाए है। साथ ही आरोप लगाया कि यह संगठन कानूनी रूप से खुद को पंजीकृत कराए बिना काम करता है ताकि वह सरकार के कानूनों और नियमों का पालन करने से बच सके। 

पंजीकरण दिखा दीजिए-खड़गे

बता दें कि इससे पहले प्रियांक खरगे ने कर्नाटक सरकार से सरकारी संस्थाओं और सार्वजनिक जगहों पर RSS की गतिविधियों पर बैन लगाने की मांग की थी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने कहा- RSS का पंजीकरण मेरे मुंह पर फेंक दीजिए और कह दीजिए की यह एक पंजीकृत संगठन है। उसी समय बात खत्म हो जाएगी। 

फंडिंग पर उठाया सवाल

इस दौरान प्रियांक खड़गे ने RSS की फंडिंग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस अपंजीकृत संगठन के लिए पैसा कहां से आ रहा है? कपड़े सिलने, जुलूस निकालने, ढोल-नगाड़े खरीदने, इमारतें बनाने के लिए पैसा कहां से आ रहा है? अगर आरएसएस अपंजीकृत हैं, तो आपको पैसा कहां से मिल रहा है?"

करों का करना होगा भुगतान

उन्होंने कहा कि यदि RSS पंजीकृत हैं तो उसे करों का भुगतान करना होगा। कंपनी रजिस्ट्रार, सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, एनजीओ अधिनियम के तहत अनुपालन सुनिश्चित करना होगा। उन्हें विदेशी और निजी दान और घरेलू फंडिंग के बारे में जानकारी शेयर करनी होगी, इसलिए वे पंजीकृत नहीं हो रहे हैं। 

कांग्रेस नेता हरिप्रसाद ने भी उठाए सवाल

प्रियांक खड़गे के अलावा कांग्रेस नेता हरिप्रसाद ने भी RSS की फंडिंग पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा आरएसएस अपनी फंडिंग और गतिविधियों के संबंध में कानूनी और सार्वजनिक जांच से बचने में सफल रहा है, क्योंकि इसका पंजीकरण नहीं हुआ है।

‘लिफाफे में देते है धन’

हरिप्रसाद ने दावा किया कि आरएसएस का धन संग्रह करने का तरीका ऐसा है कि विजयादशमी के दौरान संगठन को दान देने वाले लोग "गुरु दक्षिणा" के रूप में एक लिफाफे में धन देते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या संगठन ने सौ वर्षों में एकत्र किए गए ऐसे धन का हिसाब दिया है।

‘किसके लिए इस्तेमाल हो रहे पैसे’

उन्होंने कहा, "वहां काला धन है। क्या ईडी, आयकर विभाग या सीबीआई ने वहां छापा मारा है? यह पैसा किसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है? उन्होंने 700 करोड़ रुपये की इमारत बनाई है। पैसा कहां से आया? वे इसे अवैध तरीके से कर रहे हैं। अगर मुझे कहना है तो उन्हें पंजीकरण कराना चाहिए।"