राजद प्रमुख लालू यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी। (फोटो- IANS)
Bihar Politics कांग्रेस ने गुरुवार देर रात बिहार चुनाव को लेकर अपने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से ठीक एक दिन पहले पार्टी ने उम्मीदवारों की लिस्ट निकली है।
दूसरी ओर, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अब तक रस्साकशी चल रही है। उधर, सीट बंटवारे से पहले ही राजद ने भी कई उम्मदीवारों को अपना सिंबल दे दिया है। जिससे कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में पांच महिलाएं और दो मुस्लिम उम्मीदवार के नाम हैं। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि राजद सुप्रीमो लालू यादव ने गुरुवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी बात की है।
हालांकि, सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला अभी नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी सहित अन्य क्षेत्रीय दल महागठबंधन में सीट बंटवारे के लिए रोड़ा बन गए हैं। माना जा रहा है कि उनकी अधिक सीटों की मांग ने सीट बंटवारे की प्रक्रिया को लंबा खींच दिया है।
सहनी ने महागठबंधन में 24 सीटों की मांग की है, जबकि राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव कथित तौर पर वीआईपी को केवल 15 सीटें देने को तैयार हैं।
इस बीच, बिहार के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) प्रभारी कृष्ण अल्लावरु, पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष राजेश कुमार और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने आम सहमति बनाने के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की। बाद में, गांधी और खड़गे ने लालू से बात की।
राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर पेंच कई सीटों पर फंसा हुआ है। दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पा रही है। कांग्रेस 60 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है, जबकि राजद 50-55 सीटें देने को तैयार है।
कांग्रेस और राजद दोनों ने कहलगांव सीट पर दावा ठोका है। कांग्रेस इसे अपनी पारंपरिक सीट बताकर छोड़ने को तैयार नहीं है, जबकि राजद इसे अपने खाते में लेना चाहती है।
इसके अलावा, बैसी, बहादुरगंज, रानीगंज और सहरसा सीटों पर भी दोनों पार्टियों के बीच विवाद है। राजद और कांग्रेस दोनों इन सीटों पर जीत का दावा कर रही हैं।
उधर, वाम दलों ने मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को अधिक सीटें देने पर आपत्ति जताई है। उनका तर्क है कि सीट बंटवारा पहले से तय फॉर्मूले के अनुसार होना चाहिए।
संबंधित विषय:
Published on:
17 Oct 2025 10:51 am
बड़ी खबरें
View Allराष्ट्रीय
ट्रेंडिंग