Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फसल खराबे का आकलन करने को कलक्टर ने गठित की कमेटी, अधिकारियों को दिए एसओपी का पालन करने के निर्देश

बीमित क्षेत्र का 25 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र प्रभावित होने पर सेम्पल आधार पर सर्वे कर फसल बीमा आवरण का लाभ कृषकों को दिलाने के निर्देश

2 min read
moong kharaba

नागौर. जिले में हुई बेमौसम की बारिश से खरीफ की फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट देने के लिए जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने तहसीलदार की अध्यक्षता में तहसील स्तरीय कमेटी गठित की है, जो फसल खराबे की रिपोर्ट तैयार करके पेश करेगी।

कलक्टर ने में बताया कि चक्रवाती वर्षा, असामयिक वर्षा तथा ओलावृष्टि से व्यक्तिगत आधार पर हुए नुकसान के लिए फसल कटाई के बाद अधिकतम 14 दिन में बीमित कृषकों को बीमा क्लेम उपलब्ध कराने का नियम हैं। बीमित किसानों को नियमानुसार अनुसार बीमा क्लेम का लाभ देने के लिए आयुक्त, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के स्तर अनुमोदित पोस्ट हॉर्वेस्ट हानि के लिए मानक प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किया जाना है।

तहसीलदार की अध्यक्षता में बनाई कमेटी

मानक प्रक्रिया व प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत जिले में 28 सितम्बर के बाद हुई बेमौसमी बारिश के कारण किसानों की कटी एवं खेतों में सुखाने के लिए रखी फसलों के नुकसान का विश्लेषण करने के लिए कमेटी का गठन किया गया है। इसमें संबंधित तहसीलदार अध्यक्ष तथा संबंधित सहायक कृषि अधिकारी व जिले के लिए अधिसूचित बीमा कंपनी का प्रतिनिधि सदस्य होंगे।

10 को होगी डीएलजेसी की बैठक

कमेटी को रिपोर्ट तैयार कर तहसीलदार (भू,अ). नागौर एवं संयोजक, डीएलजेसीकाे प्रस्तुत करनी होगी। तहसीलदार (भू.अ.) नागौर को निर्देश दिए हैं कि बीमित क्षेत्र का 25 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र प्रभावित होने पर सेम्पल आधार पर सर्वे कर फसल बीमा क्लेम का लाभ कृषकों को दिलवाने व अग्रिम कार्रवाई के लिए डीएलजेसी की बैठक 10 अक्टूबर रखी गई है।

उपखंड स्तर पर हुई बैठकें

मंगलवार को इस संबंध में उपखंड अधिकारियों ने राजस्व व कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठकें ली। नागौर एसडीएम गोविन्दसिंहभींचर ने पंचायत समिति सभागार में फसल खराबा के संबंध में तहसीलदार नागौर, राजस्व कर्मचारियों व सहायक कृषि अधिकारियों व फसल बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों की बैठक ली। बैठक में भू-अभिलेख निरीक्षक, पटवारी व सहायक कृषि अधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेकर जिन काश्तकारों ने फसल का बीमा करवाया गया है, उनको बीमा ऐप से शिकायत करने, चेट बॉक्स के माध्यम से वाट्सएप नंबर 7065514447 पर शिकायत करने एवं टोल फ्री नंबर 14447 पर शिकायत दर्ज कराने के संबंध में जागरूक करने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों की फसल खराबे के संबंध में सर्वे कर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए। राजस्व कर्मचारियों ने बताया कि तहसील क्षेत्र में 2-3 दिन हुई बारिश से लगभग 50 से 70 प्रतिशत तक खराबा हुआ है।

पत्रिका ने उठाया मुद्दा

बेमौसम बारिश से जिलेभर में हुए फसल खराबे को लेकर राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किए। उसके बाद जनप्रतिनिधियों ने इस संबंध में सरकार को अवगत करवाते हुए किसानों को राहत देने की मांग की। पत्रिका ने बताया कि जिले में 28 सितम्बर के बाद अलग-अलग समय हुई बारिश से मूंग की ज्यादातर फसल नष्ट हो गई है, वहीं अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। उधर, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. ज्योति मिर्धा व भाजपा जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर नागौर जिले में हुए फसल खराबे से अवगत कराया। मिर्धा ने प्रशासनिक स्तर पर टीमें गठित कर सर्वे करवाने एवं किसानों को आर्थिक सहायता देने का आग्रह किया।