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व्यापारी की हत्या के विरोध में कुचामन बंद, थाने के सामने धरना

कुचामन सिटी. शहर के धनकोली हाऊस के पास स्थित जिम में मंगलवार सुबह एक्सरसाइज कर रहे बाइक शोरूम के संचालक व होटल व्यवसायी रमेश रूलानिया की गोली मारकर हत्या करने की वारदात को लेकर पूरे व्यापारिक समुदाय में खौफ और आक्रोश फैल गया।

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कुचामनसिटी. आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस थाना परिसर के बाहर बैठे आक्रोशित लोग।

- सड़कों पर उतरा सर्व समाज

रमेश रूलानियाहत्याकांड:

कुचामनसिटी. शहर के धनकोली हाऊस के पास स्थित जिम में मंगलवार सुबह एक्सरसाइज कर रहे बाइक शोरूम के संचालक व होटल व्यवसायी रमेश रूलानिया की गोली मारकर हत्या करने की वारदात को लेकर पूरे व्यापारिक समुदाय में खौफ और आक्रोश फैल गया।

हत्या की सूचना मिलने के बाद व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दी। शहर के लोग सड़कों पर आ गए। दोपहर तक पूरा कुचामन शहर बंद हो गया। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने परिजनों के साथ थाने के सामने धरना दे दिया। देर शाम तक परिजनों ने शव नहीं उठाया। लोगों का कहना था कि व्यापारी रुलानिया को धमकी देने के कुछ महीनों बाद बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी, यह सीधे सरकार को चुनौती है। अपराधियों व उनकी मदद करने वालों के खिलाफ समय पर कार्रवाई होती तो आज एक व्यापारी की हत्या नहीं होती।

हत्याकांड से आक्रोशित परिजनों और बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव लेने से साफ इनकार कर दिया। परिजन और व्यापारी पुलिस थाने के सामने धरना देकर बैठ गए। जबकि अन्य लोग राजकीय जिला चिकित्सालय में डटे रहे। लोगों ने ऐलान किया है कि जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया जाएगा। व्यापारियों ने घटना के विरोध में कुचामन बंद रखा।

स्पीड में दौड़ाकर ले गए लग्जरी कार

लोगों ने बताया कि घटना के समय एक सफेद रंग की लग्जरी कार तेज रफ्तार कुचामन गेट की तरफ दौड़ती हुई नजर आई। उसमें कितने लोग थे, इसकी फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है।

पुलिस को मिला इनपुट

हत्या की वारदात ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खासकर तब जब मृतक व्यापारी को पहले से ही गैंग से धमकी मिल रही थी। इस मामले में पुलिस के उच्च अधिकारियों ने कहा कि पुलिस एजेंसी की टीमें कार्रवाई कर रही हैं। उनको इनपुट मिला है। साथ ही पुलिस संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी कर रही है। शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

करोड़ों की रंगदारी बनी हत्या का कारण

पुलिस सूत्रों और परिजनों के अनुसार व्यापारी रूलानिया को पिछले कुछ दिनों से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों की ओर से करोड़ों रुपए की रंगदारी के लिए लगातार धमकियां मिल रही थीं। धमकी में कहा गया कि अगर तय समय पर पैसे नहीं दिए गए तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। व्यापारी ने धमकी को नजरअंदाज करते हुए रंगदारी देने से साफ इनकार कर दिया, जिसके बाद ही गैंग के गुर्गे ने इस घटना को अंजाम दिया।

पूर्व में मिली थी रंगदारी की धमकी

पिछले वर्ष नवंबर माह में भी शहर के 5 प्रतिष्ठित व्यापारियों को रोहित गोदारा ने लॉरेंस गैंग के नाम पर ऑनलाइन वॉट्सएप कॉल के जरिए 2-2 करोड़ रुपए की रंगदारी के लिए धमकी दी थी। उस समय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी शफीक खान सहित फहीम पठान, सरफराज उर्फ विक्की व शोएब को सूरत ग्रामीण (गुजरात) पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया था और उन्हें कुचामन लाकर शहर में परेड भी कराई गई थी। इसके बाद चारों आरोपियों को जेल भेज दिया था। ये सभी जमानत पर घटना के समय बाहर थे। इसी मामले में डब्बा कॉलर को लेकर कुचामन के आदित्य जैन को भी गिरफ्तार किया था। इसके बावजूद व्यवसायी की गोली मारकर हत्या करने से पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

राज्य मंत्री ने लिया घटना पर संज्ञान

राजस्व राज्यमंत्री विजय सिंह चौधरी ने जिला अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली और पुलिस के आलाधिकारियों को आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए निर्देश दिए। पुलिस महानिदेशक पीएचक्यू आनंद श्रीवास्तव, एडीजे वीके सिंह समेत पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे जो मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। पुलिस ने पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई।

थाना बना छावनी

थाना के बाहर बढते प्रदर्शनकारियों को देखते हुए डीडवाना-कुचामन जिले की पुलिस के जवान कुचामन पहुंच गए। साथ पुलिस ने सुरक्षा व बढते आक्रोश को देखते हुए आरएसी जवान भी बुलाए, जिससे सुबह से ही पुलिस थाना कुचामन छावनी के रूप में तब्दील रहा।

शहर हुआ विरान

घटना के बाद सर्वप्रथम हॉस्पिटल परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ी, लेकिन दोपहर तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती देख बड़ी संख्या में लोग पुलिस थाने के बाहर एकत्र हुए और वहीं धरने पर बैठ गए। बाजार बंद रहने से शहर विरान नजर आया।

ये हुए धरने में शामिल

थाना परिसर के बाहर मृतक रमेश रूलानिया को न्याय दिलाने के लिए ज्ञानाराम रणवां, पूर्व उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी, कर्नल नंदकिशोर ढाका, सुल्तान सिंह थालौड, पूरण सिंह, सुल्तान सिंह कल्याणपुरा, भूराराम शेषमां, राजाराम प्रजापत, सरंपच डॉ. देवीलाल दादरवाल, सरपंच लालाराम अणदा, सरपंच मनोज लोरा, मकराना पूर्व विधायक रूपाराम मुरावतिया, लाडनू विधायक मुकेश भाकर, परबतसर विधायक रामनिवास गावडिय़ा, एडवोकेट बोदूराम, रमेश चौधरी सहित बड़ी संख्या में एकत्रित लोगों ने न्याय की मांग की।

प्रदेश में जगलराजसांसद

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि कुचामन में व्यापारी की गोली मारकर की गई हत्या से साबित होता है कि प्रदेश में जंगलराज है। पहले धमकी और कुछ महीनों बाद उनकी हत्या कर दी जाती है। जहां से धमकी मिली वहां से तकनीकी विश्लेषण करके अपराधियों और उनकी मदद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए थी।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ ज्योति मिर्धा ने घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से वार्ता कर आरोपियों की तत्काल प्रभाव से गिरफ्तारी कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीडि़त परिवार की हर संभव मदद के लिए भी जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं।

कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

कांग्रेस सरकार में उप मुख्य सचेतक रहे महेंद्र चौधरी ने इस हत्याकांड को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून चौपट है। मंत्री के रिश्तेदार की दिनदहाड़े हत्या होना बड़ी बात है।