
खींवसर. दातीणा में शव को कब्र से बाहर निकालते हुए।
संदिग्ध मौत का मामला:
-कल जिला कलक्टर की ओर से गठित टीम करेगी जांच
-परिजनों ने उठाई झोलाछाप चिकित्सकों की जांच की मांग
- आस-पास के गांवों से काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे
खींवसर. नागौर जिले के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के दातीणा गांव में दीपावली के दिन निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई 14 वर्षीय बालिका मनीषा की मौत के मामले में उपखण्ड अधिकारी के आदेश पर शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में दफनाए गए शव को कब्र से निकाला गया।
इसके बाद खींवसर जिला अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इस दौरान मृतका के परिजनों सहित काफी संख्या में आस-पास के गांवों के ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों में निजी चिकित्सालय के संचालक के विरूद्ध काफी रोष नजर आया।
परिजनों का आरोप है कि मनीषा को हलका जुखाम व बुखार था। उसे पांचौड़ी के महादेव हॉस्पिटल में दिखाया गया। यहां चिकित्सक रामलाल खोजा ने उसे एक ड्रिप के साथ इंजेक्शन लगाया गया। इंजेक्शन लगने के बाद मनीषा की तबीयत बिगड़ती गई और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि गलत दवा से हुई मौत के बाद आरोपी चिकित्सक ने अपना बचाव करने के लिए बालिका को मौत के बाद भी नागौर रैफर कर दिया और वहां एक निजी अस्पताल में छोडक़र भाग गया।
दिलाया जाएगा न्याय
मौके पर मौजूद पूर्व प्रधान पूनाराम मेघवाल ने कहा कि बालिका को न्याय दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे, ताकि इस तरह के झोलाछाप चिकित्सक फिर किसी को नुकसान नहीं पहुंचाए। मृतका के चाचा की रिपोर्ट पर उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार ने शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाने के आदेश दिए थे। थानाधिकारी श्यामसुन्दर ने शनिवार सुबह बालिका का शव कब्र से बाहर निकलवाकर जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां मेडिकल बोर्ड में शामिल चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। थानाधिकारी ने बताया कि शव को वापस दफना दिया है। विसरा सेम्पल की रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्यवाही होगी।
ग्रामीणों की मंत्री सेे मांग
अस्पताल के बाहर एकत्रित लोगों व परिजनों ने चिकित्सा मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर से मांग की है कि खींवसर, पांचौड़ी व नागौर के आस-पास के क्षेत्र में फर्जी डिग्री धारी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। आरोपी चिकित्सक के खिलाफ फी कानूनी कार्रवाई की जाए।
कल से करेंगे जांच
जिला कलक्टर की ओर से गति जांच कमेटी सोमवार को निजी अस्पताल डॉ. रामलाल खोजा की ओर से दिए गए उपचार आदि की जांच करेगी। टीम में उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार, बीसीएमएचओ डॉ. श्रीफल मीणा, पांचौड़ी थानाधिकारी श्यामसुन्दर सहित ड्रग इंस्पेक्टर शामिल हैं। बीसीएमएचओ ने बताया कि चिकित्सक डॉ. रामलाल खोजा को पहले भी एलोपैथिक इलाज नहीं करने को पाबन्द किया गया था। उसके बैनर व बोर्ड हटाए गए थे।
Published on:
25 Oct 2025 11:34 pm
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