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आठ साल की बालिका खदान में भरे पानी में डूबी, छह घण्टे बाद मिला शव

खींवसर. नागौर जिले के ग्राम भेड़ स्थित खीचड़ों की ढाणी के पास चल रहे अवैध खनन की खान में डूबने से एक आठ वर्षीय बालिका की मौत हो गई। करीब छह घण्टे की मशक्कत के बाद शव को खान से बाहर निकाला जा सका।

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खींवसर के भेड़ में खदान में डूबी बालिका का शव तलाशते गोताखोर।

-सिविल डिफेंस एवं एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यु

खींवसर. नागौर जिले के ग्राम भेड़ स्थित खीचड़ों की ढाणी के पास चल रहे अवैध खनन की खान में डूबने से एक आठ वर्षीय बालिका की मौत हो गई। करीब छह घण्टे की मशक्कत के बाद शव को खान से बाहर निकाला जा सका। देर शाम खींवसर के जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सुपुर्द किया ।

जानकारी के अनुसार भेड़ में खीचड़ों की ढाणी के पास अवैध खनन के लिए करीब ३० फीट की गहरी खदान खोदी गई थी। बरसात के दौरान इसमें करीब १५ फीट पानी भरा हुआ था। रविवार सुबह करीब ११ बजे गांव के मांगूसिंह की पुत्री सरोज कंवर (८) बकरियां चरा रही थी। उस दौरान पैर फिसलने से वो खदान में गिर कर डूब गई। सूचना मिलने पर खदान पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने स्थानीय गोताखोरों एवं क्रेन की मदद से कड़ी बालिका को बाह निकालने की काफी मशक्कत की, लेकिन बालिका नहीं मिली।

सूचना मिलने पर तहसीलदार सुरेश मौके पर पहुंचे। सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश लेगा ने अधिकारियों को घटना के बारे में जानकारी दी। शाम को एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमों ने रेस्क्यू कर शव बाहर निकाला। खींवसर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया।

ग्रामीणों में नाराजगी

भेड़ में लाइन स्टोन की अवैध खदान में बालिका के गिरने की जानकारी मिलते ही बड़ी तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए, लेकिन सूचना देने के बाद भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी नाराजगी थी। ग्रामीणों ने बताया कि न तो प्रशासन समय पर पहुंचा न ही कोई प्रशिक्षित गोताखोर बुलाए। स्थानीय गोताखोरों के काफी प्रयासों के बावजूद सफलता नहीं मिल पाई। समय रहते गोताखोर पहुंचते तो शायद बालिका की जान बच सकती थी।

अवैध खनन ने ली जान

भेड़ में लम्बे समय से लाइम स्टोन का अंधाधुंध अवैध खनन हो रहा है, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे हुए है। हालात यह है कि बड़े पैमाने पर अवैध खनन को लेकर प्रशासन ने यहां खातेदारों के खातेदारी अधिकार समाप्त कर जमीन राज हक में ले ली, लेकिन अवैध खनन थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी का परिणाम है कि इस खदान में एक मासूम की जान ले ली। तीस फीट गहरी इस खान को देखकर अवैध खनन के पैमाने का सहजता से अनुमान लगाया जा सकता है।