प्यार टूटा तो जंग छिड़ी - ज्योति सिंह का चुनावी एलान (फोटो सोर्स : X)
Bhojpuri Stars Pawan Singh Wife Turns Rebel : भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और अब राजनैतिक चेहरा बन चुके पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच का व्यक्तिगत विवाद अब सार्वजनिक राजनीति का सबसे चर्चित मुद्दा बन गया है। सोमवार को पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने भोजपुर जिले के काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। इसके साथ ही उन्होंने 30 किलोमीटर लंबा रोड शो निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं और युवाओं की भीड़ उमड़ी।
नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए गए चुनावी हलफनामे में ज्योति सिंह ने अपने पति का नाम नहीं लिखा। वैवाहिक स्थिति वाले कॉलम में उन्होंने खुद को “परित्यक्त नारी” बताया - यानी वह स्त्री जिसे उसके पति ने छोड़ दिया हो। उन्होंने पति के नाम की जगह सिर्फ इतना लिखा, “ख्याति प्राप्त भोजपुरी कलाकार”।
नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए ज्योति सिंह ने कहा कि जनता जिस चीज से परेशान है, वही मेरा मुद्दा है। महिलाओं ने मुझसे कहा था कि आप चुनाव लड़िए। जब मैं परेशान थी, तब इन महिलाओं ने ही मेरा साथ दिया। अब मैं अपनी और हर उस स्त्री की लड़ाई लड़ूंगी, जिसे समाज ने भुला दिया है। उन्होंने आगे कहा कि उनके लिए यह चुनाव केवल सत्ता या राजनीति का नहीं, बल्कि सम्मान और न्याय की लड़ाई है।
दिलचस्प बात यह है कि ज्योति सिंह ने अपने हलफनामे में पति के नाम का जिक्र नहीं किया, पर चुनावी प्रचार में पवन सिंह का नाम गूंजता रहा। जगह-जगह बैनरों पर लिखा था -“परित्यक्त नारी ज्योति सिंह – न्याय की आवाज़” , रोड शो में भीड़ ने फूलों से उनका स्वागत किया। ज्योति खुली गाड़ी में खड़ी होकर लोगों का अभिवादन करती रहीं। कई जगह महिलाओं ने “हमारी बेटी, हमारी आवाज़” के नारे लगाए।
ज्योति सिंह ने कुछ दिन पहले जनसुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर (PK) से मुलाकात की थी। यह मुलाकात जनसुराज के ऑफिस में बंद कमरे में करीब 20 मिनट चली। मुलाकात के बाद ज्योति ने कहा था कि मैं चुनाव लड़ने या टिकट लेने नहीं आई थी। मैं यहां उस अन्याय की बात करने आई हूं जो मेरे साथ हुआ है, ताकि किसी और महिला के साथ ऐसा ना हो। राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं - क्या ज्योति आने वाले समय में जनसुराज के साथ जुड़ सकती हैं?
5 अक्टूबर को भोजपुरी स्टार पवन सिंह के लखनऊ फ्लैट पर उनकी पत्नी ज्योति सिंह पहुंचीं। दोनों के बीच डेढ़ घंटे मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद पवन सिंह चले गए, लेकिन ज्योति वहीं रहीं। थोड़ी देर में पुलिस पहुंची और वहां हंगामा मच गया। ज्योति ने रोते हुए एक लाइव वीडियो बनाया जिसमें कहा कि “मैं आ चुकी हूं पवन सिंह के घर। उन्होंने मेरे खिलाफ पुलिस में FIR कराई है। अब इस घर से मेरी लाश ही निकलेगी। मैं इतना परेशान हो गई हूं कि जहर खा लूं। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर “#JusticeForJyotiSingh” ट्रेंड करने लगा।
1.पवन सिंह पर बेवफाई का आरोप -
ज्योति ने कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान पवन सिंह दूसरी महिला के साथ होटल में रुकते थे। उन्होंने कहा कि मैंने उनके लिए प्रचार किया, मगर उन्होंने मुझे इस्तेमाल किया। कोई भी महिला यह अपमान नहीं सहेगी।
2.डिटेन और प्रताड़ित किए जाने का आरोप -
जब मैं अपने पति के घर पहुंची, तो मुझे रोका गया, पुलिस बुलाई गई। क्या यही न्याय है? जो अपनी पत्नी का सम्मान नहीं कर सकता, वह समाज की महिलाओं का क्या सम्मान करेगा?”
>6 अक्टूबर की रात पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट किया - जनता मेरे लिए भगवान है। मैं वही करता हूं जो सही है। ज्योति जी आई थीं, मैंने सम्मानपूर्वक घर में बुलाया। लेकिन उनकी एक ही रट थी- मुझे चुनाव लड़वाइए।
>8 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा,परिवार की बातें कैमरे पर नहीं, कमरे में होती हैं। ज्योति जी का अपनापन चुनाव से पहले क्यों नहीं दिखा? विधायक बनने की चाह में वे गिर गई हैं।”
पवन सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ज्योति सिंह ने भी प्रेस मीट की। उन्होंने पांच प्रमुख बातें कहीं कि अगर पत्नी के रूप में स्वीकार कर लीजिए, तो चुनाव नहीं लड़ूंगी। उन्होंने कहा कि पवन सिंह बस उन्हें पत्नी का दर्जा दे दें, तो वह राजनीति छोड़ देंगी। पवन सिंह गर्भपात की दवा खिलाते थे। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कई बार गर्भपात के लिए मजबूर किया गया। वो खुद टिकट नहीं ले पाए, मुझे क्या दिलवाएंगे। 15 साल से भाजपा में स्टार प्रचारक हैं, खुद के लिए टिकट नहीं मिला, मुझे क्या दिलवाएंगे?तनाव में 25 स्लीपिंग पिल्स खाई। उन्होंने कहा कि मानसिक तनाव के कारण उन्होंने खुदकुशी की कोशिश भी की थी। लखनऊ में कोई बातचीत नहीं हुई, बस अपमान हुआ। मुझे घर में घुसने तक नहीं दिया गया। मैं भीख मांगती रही, फिर भी उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया।
काराकाट विधानसभा सीट पर अब सियासी दिलचस्पी और बढ़ गई है। ज्योति सिंह का कहना है ,मैं पवन सिंह से लड़ने नहीं आई हूं, पर अब पीछे नहीं हटूंगी। अगर उन्होंने मुझे छोड़ा है, तो जनता देखेगी कौन सच्चा है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह चुनाव अब “भावनाओं बनाम छवि” की लड़ाई बन चुका है। एक ओर भोजपुरी सिनेमा का सितारा है, तो दूसरी ओर एक महिला, जो खुद को ‘परित्यक्त नारी’ कहकर जनता से न्याय मांग रही है।
एक ओर पवन सिंह के फैंस उन्हें निर्दोष बता रहे हैं, वहीं ज्योति सिंह के समर्थन में महिलाएं और युवतियां खुलकर सामने आ रही हैं। #JusticeForJyotiSingh”, “#StandWithJyoti” और “#PowerStarControversy” लगातार ट्रेंड कर रहे हैं।
Published on:
21 Oct 2025 11:25 pm
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