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Lucknow Road Accident: रफ्तार का कहर: लखनऊ में स्कॉर्पियो ने ली मासूमों की मुस्कान, हादसे में युवक-युवती घायल

Lucknow की सड़कों पर रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। थाना चौक के कोनेश्वर चौकी के पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने स्कूटी सवार युवक और युवती को जोरदार टक्कर मार दी। दोनों गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस ने वाहन नंबर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

3 min read

लखनऊ

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Ritesh Singh

Oct 21, 2025

Road Accident (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

Road Accident (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

Lucknow Road Accident News: राजधानी लखनऊ में तेज रफ्तार वाहनों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन सड़कों पर लापरवाह ड्राइविंग के कारण हादसे बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला थाना चौक क्षेत्र के कोनेश्वर चौकी के अंतर्गत सामने आया है, जहां एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो (UP 32 GC 6088 नंबर की गाड़ी) ने स्कूटी सवार युवक और युवती को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना का विवरण

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार की शाम लगभग 7 बजे के आसपास स्कूटी सवार युवक और युवती कोनेश्वर चौकी के पास से गुजर रहे थे। तभी पीछे से तेज रफ्तार से आ रही एक काली स्कॉर्पियो ने उन्हें इतनी जोर से टक्कर मारी कि स्कूटी दूर जाकर गिर पड़ी और दोनों सवार सड़क पर बुरी तरह घायल हो गए। हादसे के बाद स्कॉर्पियो चालक ने गाड़ी रोकने की बजाय फरार होने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए गाड़ी का नंबर नोट कर लिया, UP 32 GC 6088। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची चौक थाना पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल भेजा, जहां दोनों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

स्थानीय लोगों में गुस्सा और भय

घटना के बाद आसपास के लोगों में गुस्सा फैल गया। लोगों का कहना है कि इस इलाके में शाम होते ही तेज रफ्तार वाहन दौड़ते हैं, लेकिन पुलिस की गश्त बहुत कम रहती है। खासकर कोनेश्वर चौकी के पास, जहां पैदल यात्रियों और दोपहिया सवारों की भीड़ रहती है, वहां इस तरह की रफ्तार बेहद खतरनाक है। पास ही की दुकान चलाने वाले रमेश यादव ने बताया कि यहां रोजाना स्कूटी और बाइक वालों को बस बचते-बचते देखा जाता है। पुलिस सिर्फ हादसे के बाद आती है। अगर पहले से पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए तो ऐसे हादसे नहीं होंगे।

तेज रफ्तार और लापरवाही बनी मौत का कारण

लखनऊ में बीते कुछ महीनों में तेज रफ्तार वाहनों से होने वाले हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, केवल सितंबर से अब तक 120 से अधिक सड़क हादसे दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें 45 से ज्यादा लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए हैं। इस बार का हादसा भले ही जानलेवा नहीं रहा, लेकिन यह फिर से एक चेतावनी है कि राजधानी में सड़क सुरक्षा कितनी लचर है।

पुलिस की कार्रवाई

थाना चौक पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष चौक, एस.के. सिंह ने बताया कि घटना के बाद वाहन का नंबर ट्रेस कर लिया गया है। वाहन मालिक की पहचान की जा रही है। दोषी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगालना शुरू कर दिया है ताकि टक्कर के सही हालातों का पता चल सके।

शहर में बढ़ते हादसे, घटती सख्ती

लखनऊ की सड़कें इन दिनों रफ्तार की दौड़ बन चुकी हैं। विशेषकर चारबाग, हजरतगंज, चौक, अलीगंज और गोमतीनगर जैसे इलाकों में शाम के समय तेज रफ्तार वाहन आम दृश्य बन चुके हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन न करना, हेलमेट या सीट बेल्ट का उपयोग न करना, और मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग करना-ये सब मिलकर हादसों की संख्या को और बढ़ा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे और स्पीड मॉनिटरिंग डिवाइस लगाने के बावजूद नियमों का पालन सख्ती से नहीं कराया जा रहा।

पीड़ितों का हाल और परिवार की व्यथा

घायल युवक और युवती दोनों को गंभीर चोटें आई हैं। दोनों स्थानीय निवासी बताए जा रहे हैं और फिलहाल बलरामपुर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। युवती को पैर में फ्रैक्चर है, जबकि युवक को सिर और कंधे पर गंभीर चोटें आई हैं। परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी चालक पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की लापरवाही का शिकार न बने।

लोगों की अपील और जागरूकता की जरूरत

स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि चौक क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए और सीसीटीवी कैमरों की संख्या में इजाफा किया जाए। साथ ही, शहर में सड़क सुरक्षा अभियान को और मजबूत करने की आवश्यकता है। परिवहन विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क सुरक्षा शिक्षा को स्कूलों और कॉलेजों में शामिल किया जाना चाहिए ताकि युवाओं में ट्रैफिक नियमों का पालन करने की आदत विकसित हो सके।


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