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Guest House Murder: दोस्ती के नाम पर धोखा, लखनऊ गेस्ट हाउस में युवक की संदिग्ध मौत, बगल में सोता मिला पड़ोसी

Guest House Murder Suspicious Death: लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी क्षेत्र स्थित गेस्ट हाउस में मंगलवार सुबह युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। मृतक के बगल में पड़ोसी मित्र सोता मिला। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जांच सभी पहलुओं से की जा रही है।

4 min read

लखनऊ

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Ritesh Singh

Oct 21, 2025

परिजनों का हंगामा, सड़क पर शव रखकर लगाया जाम; तीन हिरासत में, पुलिस ने कहा - “पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगा कारण”

परिजनों का हंगामा, सड़क पर शव रखकर लगाया जाम; तीन हिरासत में, पुलिस ने कहा - “पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगा कारण”

Guest House Murder in Lucknow: राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक गेस्ट हाउस के कमरे में युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। मृतक के बगल में उसका पड़ोसी मित्र गहरी नींद में सोता मिला, जिससे संदेह और गहरा गया। मृतक की पहचान अरुण रावत (32 वर्ष), निवासी विद्या नगर कॉलोनी, कटेरी बाग के रूप में हुई है। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए करीब डेढ़ घंटे तक सड़क जाम कर दिया। हंगामा तब शांत हुआ जब पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।

रात में गेस्ट हाउस में चली थी पार्टी, सुबह बिस्तर पर मिली लाश

पुलिस जांच में सामने आया कि सोमवार की रात अरुण ने अपने पड़ोसी विकास रावत, पश्चिम बंगाल के रहने वाले दंपती अमन और विमला के साथ कार्तिक गेस्ट हाउस की तीसरी मंजिल पर पार्टी की थी। सभी लोग देर रात तक गेस्ट हाउस के कमरे में खा-पी रहे थे। सुबह जब होटल स्टाफ ने कमरे से कोई आवाज नहीं सुनी, तो दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक कोई जवाब नहीं मिला तो परिजन मौके पर पहुंचे और कमरे का ताला खुलवाया। अंदर का दृश्य देखकर सबके होश उड़ गए। अरुण बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़े थे, जबकि पास में उनका मित्र विकास गहरी नींद में सो रहा था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने विकास समेत अमन और उसकी पत्नी विमला को तुरंत हिरासत में ले लिया।

रात में फोन पर बोला था - “मैनेजर ने पार्टी दी है”

मृतक के परिजनों के अनुसार, सोमवार रात 8:30 बजे अरुण को किसी का फोन आया। उन्होंने पत्नी शिल्पा रावत को बताया कि “मैनेजर ने पार्टी रखी है, मैं रात 11 बजे तक लौट आऊँगा।” लेकिन रात बीत गई, अरुण नहीं लौटे। परिवार ने कई बार उन्हें फोन किया, पर कोई जवाब नहीं मिला। रात करीब दो बजे तक कॉल करते रहे, लेकिन फोन बंद था। सुबह उनके बेटों ध्रुव और आर्यन ने खोजबीन शुरू की। जब उन्होंने मलाक रोड स्थित कार्तिक गेस्ट हाउस के बाहर अपने पिता की बाइक खड़ी देखी, तो अंदर गए। तीसरी मंजिल पर पहुंचे तो कमरा खुला मिला और अंदर अरुण का शव पड़ा था।

परिजन लेकर पहुंचे अस्पताल, डॉक्टर बोले- “पहले ही मौत हो चुकी थी”

घटना की जानकारी मिलते ही परिजन अरुण को लेकर मेदांता अस्पताल पहुंचे। ने जांच के बाद बताया कि अरुण की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी। उनके शरीर पर कोई गंभीर बाहरी चोट नहीं थी, जिससे मामला और रहस्यमय बन गया। डॉक्टरों की राय के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि मौत का कारण जानने के लिए मेडिकल पैनल द्वारा विस्तृत पोस्टमॉर्टम और वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

परिजनों का आरोप - “सुपरवाइजर ने कराई हत्या”

परिजनों ने आरोप लगाया है कि अरुण के सुपरवाइजर से पिछली दीपावली पर झगड़ा हुआ था, और उसी ने यह हत्या कराई है।परिजनों का कहना है कि अरुण एक ईमानदार और मेहनती सफाईकर्मी थे, जो लुलु मॉल में काम करते थे।उनका किसी से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं था। परिजन बोले हमारे बेटे को साजिश के तहत बुलाया गया और उसकी हत्या की गई। जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, हम शव नहीं ले जाएंगे।”

शव रखकर सड़क जाम, पुलिस पर गुस्साए परिजन

अस्पताल से शव लेकर परिवारजन और गांव के लोग विजयनगर चौराहा पहुंचे, जहां उन्होंने सड़क पर शव रखकर करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगाया। जाम के दौरान लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। सुशांत गोल्फ सिटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। आखिरकार जब पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया, तब जाकर परिजन माने और जाम खत्म हुआ। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

 पुलिस बोली - “हर एंगल से जांच जारी, मौत संदिग्ध”

डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा -प्रारंभिक जांच में शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला है। विषाक्तता (ज़हर) या अन्य कारणों की पुष्टि के लिए मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है। तीनों संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। पुलिस का कहना है कि कमरे में शराब की कुछ बोतलें और खाने के बर्तन मिले हैं, जिससे आशंका है कि पार्टी के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे मौत हुई। हालांकि, परिजनों के आरोपों को देखते हुए हत्या और साजिश के एंगल से भी जांच की जा रही है।

हत्या, हादसा या कुछ और

जांच में पुलिस को गेस्ट हाउस के कमरे में किसी भी तरह के संघर्ष के निशान नहीं मिले। कमरा अंदर से बंद था। विकास रावत, जो बगल में सो रहा था, का कहना है कि हमने साथ में खाना खाया था। अरुण ने कहा कि वो थक गया है, और सो गया। मुझे सुबह आवाजें सुनकर पता चला कि वो नहीं रहा। फिलहाल पुलिस यह भी देख रही है कि कहीं शराब या किसी जहरीले पदार्थ का सेवन तो नहीं हुआ। इसलिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच का इंतजार किया जा रहा है।

परिवार टूटा, बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल

अरुण के परिवार में पत्नी शिल्पा, और दो छोटे बेटे ध्रुव (10) और आर्यन (7) हैं।दोनों बच्चों का रो-रोकर हाल बेहाल है। शिल्पा ने कहा कि वो तो रोज़ मेहनत करके घर चलाते थे। हमें कहा था , पार्टी के बाद लौट आऊंगा। किसी ने मेरे पति को धोखे से मार डाला। परिवार के लिए यह दीपोत्सव अंधकार में बदल गया है। जहां एक ओर शहर में रोशनी है, वहीं इस परिवार के घर में मौन और मातम पसरा है।

गेस्ट हाउस प्रबंधन पर भी सवाल

गेस्ट हाउस संचालक से पूछताछ में पता चला कि कमरे की बुकिंग अरुण के दोस्त विकास रावत के नाम से की गई थी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या गेस्ट हाउस प्रबंधन ने नियमों का पालन किया था या नहीं,जैसे पहचान पत्र की एंट्री, समय-समय पर निरीक्षण आदि।


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