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Lucknow Honor Killing Case: शादी की उम्मीद लेकर आया, मौत की गोद में चला गया, लखनऊ की युवती की दर्दनाक कहानी

Lucknow Honor Killing: लखनऊ के सआदतगंज में एक दर्दनाक ऑनर किलिंग ने इंसानियत को झकझोर दिया। भाई ने अपनी बहन के प्रेमी अली अब्बास को शादी की बात कहकर घर बुलाया और दोस्तों संग उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। अब बहन का वीडियो सामने आया है जिसमें उसने उस रात की दर्द भरी कहानी सुनाई है।

4 min read

लखनऊ

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Ritesh Singh

Oct 14, 2025

एक कॉल पर आया अली और लौट नहीं पाया (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

एक कॉल पर आया अली और लौट नहीं पाया (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

Lucknow Love Murder Case: लखनऊ के सआदतगंज इलाके में हुए दिल दहला देने वाले ‘ऑनर किलिंग’ केस ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। 22 सितंबर की रात एक भाई ने अपनी ही बहन के प्रेमी को शादी के बहाने घर बुलवाया और फिर दोस्तों के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। मरने वाला था 22 वर्षीय अली अब्बास जो एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता था और रिक्शा चालक पिता का इकलौता बेटा था। हत्या के बाद से ही यह मामला समाज में प्यार, धर्म और जाति के नाम पर हो रहे अपराधों की एक काली तस्वीर पेश कर रहा है। अब मृतक की प्रेमिका का एक वीडियो सामने आया है, जिसने पुलिस, समाज और इंसानियत तीनों को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है।

शादी की बात कहकर बुलाया और कर दी हत्या

युवती ने वीडियो में कहा, “मेरे भाई हिमालय ने उस रात मुझसे कहा कि अली से बात करनी है, शादी की बात करनी है। उसने मुझे कहा कि अभी फोन करके उसे बुला लो। मैंने पूछा इतनी रात में क्यों बुलाना है, तो बोला कि बड़े भाई आ रहे हैं, वही बात करेंगे। वह बताती है, “मुझे क्या पता था कि वो तो मौत का जाल बिछा चुका है। मैंने अली को फोन किया। वो बोला- सब ठीक है ना? मैंने कहा - हां, बस बात करनी है। वो चला आया।”

गली की लाइट बंद कर की गई हत्या

रात करीब डेढ़ बजे अली सआदतगंज स्थित युवती के घर के पास पहुंचा। तभी हिमालय अपने चचेरे भाइयों सौरभ प्रजापति, सोनू और अन्य दोस्तों के साथ उसे गली में ले गया। वहां गली की लाइट बंद कर दी गई। फिर लोहे की रॉड, दुरमुट (गिट्टी बराबर करने वाला औजार) और ईंटों से अली पर हमला कर दिया गया।

युवती का कहना है, “उन्होंने अली को इतना मारा कि उसका सिर कूच दिया, पैर की हड्डी और रीढ़ की हड्डी तक तोड़ दी। अली रो-रोकर कह रहा था- मुझे छोड़ दो, लेकिन किसी को तरस नहीं आया।”

‘बचाने भागी तो मां ने रोक लिया’

युवती ने बताया कि जब वह घर से बाहर भागी तो मां ने उसे रोक लिया। उसने कहा, “मैं रो रही थी, चिल्ला रही थी कि उसे छोड़ दो, लेकिन मां ने कहा- मत जा, वो तुझे भी मार देंगे। बोली, “अगर उस वक्त मुझे जाने दिया होता तो शायद अली को बचा लेती। लेकिन नहीं... सबने मिलकर मेरी दुनिया उजाड़ दी।

ट्रॉमा सेंटर में दम तोड़ा अली ने

हमले के बाद गंभीर रूप से घायल अली अब्बास को स्थानीय लोगों की मदद से ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अली के पिता आरिफ जमीर ई-रिक्शा चलाते हैं और परिवार का खर्च बड़ी मुश्किल से चलता है। अली के परिवार में तीन बहनें और एक भाई है। अली की मौत के बाद इलाके में तनाव फैल गया। दो समुदायों के बीच स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

 ‘अगर शादी नहीं करनी थी, तो मत कराते... पर मारना क्यों?’

वीडियो में युवती ने रोते हुए कहा, “अगर मेरे भाई को शादी मंजूर नहीं थी, तो न करते, लेकिन उसे इस तरह मारने का हक किसने दिया? वो हिंदू था, अली मुसलमान था... पर प्यार तो इंसान से होता है, मजहब से नहीं। हिंदू-मुस्लिम क्या होता है?” वह बोली, “कानून भी तो है, कोर्ट भी है। किसी की जान लेना कौन सा धर्म सिखाता है? अब मेरे भाई और उसके साथियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए, नहीं तो इंसाफ मर जाएगा।”

 10-12 लोग थे हमले में, पुलिस ने सिर्फ तीन पर कार्रवाई की

युवती का आरोप है कि अली की हत्या में करीब 10 से 12 लोग शामिल थे, लेकिन पुलिस ने केवल तीन पर ही कार्रवाई की है। उसने कहा, “भाई हिमालय, चचेरा भाई सौरभ और सोनू तो थे ही, पर बाकी दोस्त भी थे जो मार रहे थे। अब चाची धमकी दे रही हैं कि अगर सौरभ नहीं छूटा तो सबको फंसा देंगी।”

 “उसने सिर्फ प्यार किया था, कोई गुनाह नहीं किया था”

युवती ने कहा, “अली बहुत अच्छा लड़का था। उसने कभी जबरदस्ती नहीं की। वो मिलने के लिए भी मेरे कहने पर ही आता था। चार साल तक रिश्ता चला, एक भी दिन झगड़ा नहीं हुआ। अगर वो बुरा होता, तो इतनी रात में सिर्फ मेरी एक कॉल पर क्यों आता? वह रोते हुए कहती है- “उसने अपनी मोहब्बत का सबूत दिया है। मैं तो बच गई, लेकिन वो नहीं बचा। वो मर गया, और मैं ज़िंदा लाश बन गई।

 “अब सिर्फ फांसी चाहिए, तभी अली को शांति मिलेगी”

युवती ने कहा, “अली को चोर कहकर मारा गया। कहा गया कि वो गाड़ी चोरी करने आया था। कोई चार लाख की गाड़ी से चोरी करने आएगा? झूठे इल्जाम लगाकर उसे मारा गया। जब तक आरोपियों को फांसी नहीं होगी, तब तक अली को शांति नहीं मिलेगी।”

पुलिस ने तीन आरोपियों को भेजा जेल, जांच जारी

सआदतगंज थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी हिमालय प्रजापति, उसके चचेरे भाई सौरभ और सोनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। एसपी पश्चिम ने कहा कि “यह मामला बेहद संवेदनशील है। वीडियो के आधार पर सभी तथ्यों की दोबारा जांच की जा रही है।”

 “मां-बाप की कमाई गई, अब आंखों के आंसू बचे हैं”

अली की मां हर दिन बेटे की तस्वीर देखकर रोती हैं। पिता आरिफ कहते हैं, “मेरी उम्र भर की मेहनत चली गई। मैंने उसे पढ़ाया, बड़ा किया ताकि वह जिंदगी बनाए,लेकिन अब मेरी दुनिया उजड़ गई।