Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

20 सालों में डबल इंजन सरकार ने बिहार में सिर्फ लूट मचाई, अब महागठबंधन की सरकार बननी तय: सपा प्रवक्ता आजम खान

Bihar Elections 2025: सपा प्रवक्ता आजम खान का कहना है कि 20 सालों में डबल इंजन सरकार ने बिहार में सिर्फ लूट मचाई। अब महागठबंधन की सरकार बिहार में बननी तय है।

2 min read

लखनऊ

image

Harshul Mehra

Oct 16, 2025

Bihar Elections 2025

बिहार में अब महागठबंधन की सरकार बननी तय: सपा प्रवक्ता आजम खान। फोटो सोर्स-IANS

Bihar Elections 2025: समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता आजम खान ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने मन बना लिया है कि अगली सरकार महागठबंधन की होगी। खान ने NDA पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 20 सालों में डबल इंजन सरकार ने बिहार में सिर्फ लूट मचाई है। जनता इस बार उनके बहकावे में नहीं आएगी।

CM योगी आदित्यनाथ पर कसा तंज

उन्होंने उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में नफरत की राजनीति नहीं चलेगी। योगी आदित्यनाथ के किसी भी बयान से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बिहार की जनता समझदार है, वह बुलडोजर की राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी।

'अगली सरकार महागठबंधन की बनेगी'

खान ने कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार और PM नरेंद्र मोदी पर भरोसा नहीं करेगी। वहां 20 साल से लूट चल रही है, अगली सरकार महागठबंधन की बनेगी।

दुर्गापुर गैंगरेप मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजने पर उन्होंने कहा कि बंगाल में विपक्ष की सरकार होने के कारण वहां के राज्यपाल अचानक सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में, जहां हाल ही में लखनऊ जैसे शहर में गैंगरेप की घटना हुई, वहां की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, जो स्वयं एक महिला हैं वह कोई सक्रियता नहीं दिखातीं। BJP और उनके राज्यपालों की यह दोहरी नीति है। बंगाल का गैंगरेप उन्हें दिखता है, लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार या अन्य भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं उन्हें नजर नहीं आतीं।

'हम SIR का विरोध नहीं कर रहे'

उन्होंने SIR का जिक्र करते हुए कहा कि हम SIR का विरोध नहीं कर रहे। हम चाहते हैं कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष और ईमानदार हो। बिहार में पलायन एक बड़ा मुद्दा है। जो लोग नौकरी के लिए बाहर गए हैं, उनके नाम मतदाता सूची से नहीं हटाए जाने चाहिए। SIR में पारदर्शिता होनी चाहिए, और बिहार के सभी पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल किया जाना चाहिए।