ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट, फेस्टिवल स्पेशल में भी सीटें फुल (फोटो सोर्स : AI)
Diwali & Chhath Rush: त्योहारों का मौसम शुरू होते ही घर जाने की योजना बनाने वालों के सामने सबसे बड़ी चुनौती बन गई है, कंफर्म टिकट की जुगाड़। दीपावली और छठ पूजा जैसे प्रमुख पर्वों के मद्देनजर उत्तर भारत के लगभग सभी प्रमुख मार्गों पर ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट आसमान छूने लगी है। स्थिति यह है कि फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में भी सीटें पूरी तरह फुल हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार इस बार अक्टूबर के अंत से लेकर नवंबर के पहले सप्ताह तक चलने वाली अधिकांश ट्रेनों में 100 से 400 तक की वेटिंग लिस्ट देखने को मिल रही है। यह स्थिति न सिर्फ लखनऊ या वाराणसी जैसे शहरों में है, बल्कि दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, बेंगलुरु और कोलकाता तक जाने वाली ट्रेनों में भी यही हाल है।
हर साल दीपावली और छठ के दौरान बड़ी संख्या में लोग अपने गृह जनपदों की ओर लौटते हैं। ऐसे में रेलवे पर अतिरिक्त बोझ पड़ना आम बात है। लेकिन इस बार स्थिति पिछले वर्षों से भी अधिक चुनौतीपूर्ण बताई जा रही है। रेलवे के अधिकारी मानते हैं कि इस साल त्योहार एक साथ पड़ने के कारण भीड़ अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। दीपावली 29 अक्टूबर के आसपास पड़ रही है, जबकि छठ पूजा 3 से 5 नवंबर तक रहेगी। यानी लगभग दो सप्ताह तक उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लिए भारी ट्रैफिक लोड रहेगा।
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने पहले ही 100 से अधिक फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी। इनमें से कई ट्रेनें दिल्ली से लखनऊ, गोरखपुर, दरभंगा, पटना, वाराणसी, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और सहरसा के बीच चलाई जा रही हैं। इसके बावजूद यात्रियों को राहत नहीं मिल रही। IRCTC वेबसाइट पर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की सीटें भी वेटिंग में जा चुकी हैं। उदाहरण के तौर पर दिल्ली से पटना जाने वाली ट्रेन संख्या 02394 (राजधानी स्पेशल) में 18 अक्टूबर से लेकर 5 नवंबर तक स्लीपर, 3AC और 2AC सभी श्रेणियों में वेटिंग 150 से 300 तक पहुंच चुकी है। इसी तरह लखनऊ से मुंबई की पुष्पक एक्सप्रेस और गोरखपुर से दिल्ली की संपर्क क्रांति में भी स्थिति यही है।
ट्रेन टिकट न मिलने से परेशान यात्रियों में निराशा साफ झलक रही है। लखनऊ निवासी राहुल मिश्रा, जो दीपावली पर अपने गांव बलिया जाना चाहते हैं, बताते हैं कि दो हफ्ते पहले टिकट बुक करने की कोशिश की थी, लेकिन वेटिंग लिस्ट 250 थी। अब तो फेस्टिवल स्पेशल में भी कोई जगह नहीं है। मजबूर होकर बस या फ्लाइट के बारे में सोच रहा हूं। इसी तरह, बिहार की रहने वाली अनीता देवी, जो छठ पूजा के लिए हर साल अपने परिवार के साथ सहरसा जाती हैं, कहती हैं कि हर बार आखिरी समय में किसी तरह RAC या तत्काल से टिकट मिल जाता था। इस बार तो वेबसाइट खुलते ही सारे टिकट गायब हो जाते हैं।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे जोन के अधिकारियों ने बताया कि प्रमुख मार्गों पर कुछ नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, कुछ डिमांड बेस्ड ट्रेनें भी चलाई जा सकती हैं। रेल मंत्रालय ने यात्रियों से अपील की है कि वे टिकट दलालों से दूरी बनाएं और केवल आधिकारिक माध्यमों IRCTC वेबसाइट या अधिकृत रेलवे काउंटर से ही टिकट खरीदें।
जो लोग कंफर्म टिकट पाने की कोशिश में हैं, वे अब तत्काल या प्रीमियम तत्काल बुकिंग की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि इन टिकटों की कीमत सामान्य से कहीं अधिक होती है, लेकिन यात्रियों के पास विकल्प भी सीमित हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हर ट्रेन में कुछ सीटें प्रीमियम तत्काल कोटे में रखी जाती हैं, लेकिन वे भी कुछ मिनटों में फुल हो जाती हैं।
Updated on:
12 Oct 2025 10:33 pm
Published on:
12 Oct 2025 10:29 pm
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