
चोरनियों का गैंग गिरफ्तार (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)
Women Robbery Gang Lucknow: राजधानी लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में पुलिस ने एक अनोखे और सनसनीखेज गैंग का भंडाफोड़ किया है, महिलाओं से लूटपाट करने वाला महिला चोरनी गिरोह। यह गिरोह बेहद चालाकी से ई-रिक्शा में सवारी बनकर बैठता था और उसी में सवार अन्य महिला यात्रियों को बातों में उलझाकर उनके गहने और नकदी पर हाथ साफ कर देता था। शुक्रवार को गोमतीनगर पुलिस ने इस गिरोह की छह महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आकर लखनऊ में सक्रिय थीं।
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह बेहद योजनाबद्ध तरीके से काम करता था। ये महिलाएं आम सवारियों की तरह ई-रिक्शा या टेंपो में बैठ जाती थी। फिर रास्ते में किसी अन्य महिला सवारी से बातचीत शुरू करतीं, दोस्ताना हाव भाव दिखा कर उसका भरोसा जीतती। जैसे ही उन्हें मौका मिलता, वे चालाकी से गले से चेन, हाथों से कंगन या झोले से नकदी निकालकर उतर जाती। लूटपाट के बाद ये महिलाएं तुरंत दिशा बदल देती, ताकि पहचान न हो सके।
महिला उपनिरीक्षक गुरप्रीत कौर को पिछले कुछ दिनों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि पूर्वी जोन के इलाकों में महिलाएं इस तरह के अपराध का शिकार हो रही हैं। शुरुआत में कई महिलाएं पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से झिझक रही थीं, क्योंकि अपराधी भी महिलाएं ही थीं। लेकिन जब घटनाओं की संख्या बढ़ी, तो पुलिस ने महिला अपराध शाखा टीम बनाकर जांच शुरू की। उपनिरीक्षक गुरप्रीत कौर ने बताया कि सूचना मिली थी कि महिलाओं का एक गैंग ई-रिक्शा में सवारी बनकर बैठता है और अन्य महिलाओं से लूट करता है। टीम ने रणनीति बनाकर जाल बिछाया और मुखबिर की सूचना पर उन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया।
पुलिस टीम को गुरुवार देर रात मुखबिर से खबर मिली कि यह गिरोह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। तुरंत गोमतीनगर पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों की एक टीम गठित की और इलाके में जाल बिछाया। कुछ देर बाद ई-रिक्शा में सवार संदिग्ध महिलाओं का समूह दिखाई दिया। महिला पुलिसकर्मियों ने तुरंत घेराबंदी की और छह महिलाओं को मौके पर ही पकड़ लिया। गिरफ्तार की गई महिलाओं के पास से तीन सोने की चेन, एक माला और करीब ₹13,000 नकद बरामद हुए।
पूछताछ के दौरान पकड़ी गई महिलाओं ने अपना नाम और ठिकाना बताया। सभी महिलाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आई थीं और अस्थायी रूप से लखनऊ में किराए के मकानों में ठहरी हुई थी।
सभी महिलाएं पहले से एक-दूसरे को जानती थी और मिलकर लूटपाट का नेटवर्क चला रही थी।
पुलिस पूछताछ में इन महिलाओं ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में गोमतीनगर, चिनहट और विभूतिखंड क्षेत्रों में कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। वे अक्सर लखनऊ शहर में आकर कुछ दिनों तक अपराध करतीं और फिर अपने जिलों में लौट जाती, जिससे पहचान मुश्किल हो जाती। महिला पुलिसकर्मियों की टीम ने बताया कि यह गिरोह बेहद पेशेवर अंदाज़ में काम करता था। वे ई-रिक्शा चालकों से दोस्ताना व्यवहार करती और ऐसा दिखाती मानो वे सामान्य सवारियाँ हो। फिर दूसरे महिला यात्रियों को बहकाकर उनसे “भाभी, आपकी चेन उलझी है” या “आपका झोला गिरने वाला है” जैसी बातें कहकर उनका ध्यान भटकाती और चोरी कर लेती।
पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय मुखबिरों और सोशल मीडिया निगरानी का इस्तेमाल किया। कई जगह ई-रिक्शा स्टैंडों और बाजारों में लगाए गए कैमरों में इन महिलाओं की तस्वीरें मिलीं, जिससे उनकी पहचान पक्की हुई। इसके बाद पुलिस ने ट्रैकिंग टीम बनाकर उनके मूवमेंट पर नजर रखी और आखिरकार शुक्रवार को उन्हें धर दबोचा।
राजधानी लखनऊ में इससे पहले महिलाओं का इतना बड़ा लूटपाट गिरोह सामने नहीं आया था।आमतौर पर महिला अपराधी अकेले या दो की संख्या में पकड़ी जाती थी, लेकिन यह मामला अपने आप में अलग है। छह महिलाओं का संगठित गिरोह, वह भी बिना किसी पुरुष सदस्य के, लखनऊ पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह अन्य जिलों में भी इसी तरह की घटनाएं कर चुका है। इसलिए अब पुलिस इनसे पूछताछ के आधार पर अन्य जिलों की घटनाओं की फाइलें खंगाल रही है।
इस ऑपरेशन में महिला पुलिस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। महिला उपनिरीक्षक गुरप्रीत कौर के नेतृत्व में दर्जनभर महिला सिपाहियों ने बिना किसी हंगामे के इन छह लुटेरिनों को गिरफ्तार किया। टीम की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से न केवल गिरोह पकड़ा गया बल्कि भविष्य की बड़ी घटनाओं को भी रोका जा सका। गोमतीनगर थाना प्रभारी ने बताया कि इन महिलाओं पर लूट और चोरी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और अब इन्हें जेल भेजा जाएगा।
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Published on:
01 Nov 2025 08:04 am
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