Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रमेश रूलानिया हत्याकांड में 3 शूटर पश्चिम बंगाल से अरेस्ट, गैंगस्टर रोहित ने ली थी जिम्मेदारी, बड़ा खुलासा

3 Shooters Arrested From West Bengal: आरोपियों में महेश, गणपत और धमेन्द्र शामिल हैं। उन्होनें अपने एक अन्य साथी की मदद से गैंगस्टर रोहित गोदारा के कहने पर कारोबारी रमेश रूलानिया की हत्या जिम में घुसकर कर दी थी। यह वारदात सात अक्टूबर को अंजाम दी गई थी।

2 min read

Photo - Patrika

Ramesh Rulania Murder Case Update: कुचामन सिटी के ऑटोमोबाइल कारोबारी रमेश रूलानिया हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस अब सिर्फ एक आरोपी से दूर है। हत्या के तीन मुख्य आरोपी काबू कर लिए गए हैं, तीनों को पश्चिम बंगाल से पकड़ा गया है और आज उनको राजस्थान लाया जा रहा है। कल देर रात उनको अरेस्ट करने क सूचना है। आरोपियों में महेश, गणपत और धमेन्द्र शामिल हैं। उन्होनें अपने एक अन्य साथी की मदद से गैंगस्टर रोहित गोदारा के कहने पर कारोबारी रमेश रूलानिया की हत्या जिम में घुसकर कर दी थी। यह वारदात सात अक्टूबर को अंजाम दी गई थी। 

इसलिए मारा था रमेश रूलानिया को…

दरअसल रमेश रूलानिया को गैंगस्टर रोहित गोदारा ने एक्सटॉर्शन मनी मांगने के लिए फोन कराया था। दो से तीन बार कॉल कराने के बाद भी रमेश ने एक्सटॉर्शन मनी देने से इंकार किया था। इस बारे में पुलिस को भी सूचना दी थी और पुलिस नियमानुसार कार्रवाई कर रही थी। बाइक शोरूम के मालिक रमेश हर दिन सवेरे जिम जाते थे, सात अक्टूबर को भी वे जिम गए थे। इसी दौरान शूटर जिम में घुसे और उनकी हत्या कर दी थी।

हत्या के बाद से अब तक दस आरोपी पकड़े

इस हत्याकांड को पूरी तरह से तय प्लान के अनुसार किया गया था, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने इस पर एक्शन लिया और जल्द ही कार्रवाई शुरू कर दी। चारों मुख्य आरोपियों पर पहले पच्चीस-पच्चीस हजार का इनाम रखा। इस दौरान सात आरोपी पकड़े गए जिन्होंने मुख्य आरोपियों की मदद की थी। उसके बाद एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने इस केस को लीड किया और मुख्य आरोपियों का इनाम एक लाख रुपए तक बढ़ा दिया गया।

कई राज्यों में तलाशा तब जाकर पश्चिम बंगाल में मिले, हथियार पहले ही बरामद

इस पूरे मामले में पुलिस की बीस टीमें बनाई गई थीं। जिनमें करीब सवा सौ पुलिस कार्मिक शामिल थे। हत्याकांड में शामिल शरीफ नाम के हिस्ट्रीशीटर का कैफे पहले ही तोड़ दिया गया था। आरोपियों के पास से गिरा एक बैग नरेना से मिला था, जिसमें जिगना पिस्टल समेत कारतूस थे। शूटर्स की मदद कुछ नाबालिकों ने भी की थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड से व्यापारियों में भय था, इस कारण एडीजी दिनेश एमएन खुद कुचामन सिटी पहुंचे थे और आरोपियों को जल्द काबू करने की बात कही थी।