कानपुर। शोभन आश्रम के महंत विरक्तानंद महाराज उर्फ शोभन सरकार के ब्रह्मलीन होने पर उनके सैकड़ों भक्त अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। जिस पर पुलिस ने कड़ा एक्शन लेते हुए 4200 अज्ञात लोगों के साथ ही आर्यनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी के खिलाफ लाॅकडाउन के उल्लंघन के अलावा महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस के इस रवैए से आहत होकर आर्यनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी खुद चैबेपुर थाने पहुंच गए और गिरफ्तारी दी। एसओ विनय तिवारी ने कागजी कार्रवाई करने के बाद विधायक अमिताभ बाजपेई को निजी मुचलके पर घर जाने को कहा है।
उमड़ा जनसैलाब
उन्नाव में हजारों टनों सोने के भंडार होने की भविष्यवाणी करने वाले बाबा शोभन सरकार का बुधवार सुबह निधन हो गया था। शोभन सरकार के निधन की खबर लगने के बाद लोगों की भीड़ कोरोनावायरस का खौफ भूल गई और लॉकडाउन की परवाह किए बिना आश्रम में पहुंच गई। भक्त बाबा का पार्थिव शरीर लेकर आश्रम से निकले थे। शोभन सरकार के पार्थिक शव को बिठूर स्थिति बन्दी माता घाट पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां पर पर भी बड़ी तादात में लोग पहुंचे और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो नहीं किया। इसी के चलते चैबेपुर पुलिस ने 42 सौ अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है।
जाने कौन थे शोभन सरकार
स्वामी विरक्तानंद (शोभन सरकार) का पैतृक गांव शिवली क्षेत्र के बाघपुर का शुक्लन पुरवा है। इनके बचपन का नाम सूर्यभान था। परिवार में तीन भाई व एक बहन हैं। वहीं तीनों भाइयों में वे सबसे छोटे थे। उनसे बड़े भाई पुलिस क्षेत्राधिकारी के पद पर तैनात हैं, सबसे बड़े भाई बंदीमाता मंदिर चैबेपुर में महंत हैं। शोभन सरकार ने गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षित करने के लिए 1008 स्वामी परमानंद इंटर कालेज, भास्करानंद इंटर कालेज, सदगुरु इंटर कालेज के अलावा एक डिग्री ख्ुालवाया था। यहां पर छात्रों को निशुल्क में शिक्षा दी जाती है। शोभान सरकार हर वर्ष 100 गरीब कन्याओं का विवाह निशुल्क कराते थे।
इस वजह से दर्ज की एफआईआर
पुलिस का कहना है कि भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को दरकिनार किया। पुलिस ने भीड़ पर लॉकडाउन उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। शोभन सरकार के अंतिम संस्कार के दौरान 4100 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किए जाने पर विपक्षी दलों के पदाधिकारियों, विधायकों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। सपा विधायक अमिताभ बाजेपयी ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए अज्ञात लोगों पर दर्ज केस वापस लिए जाने की मांग की है।
Published on:
15 May 2020 07:00 pm