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जयपुर। जैसलमेर बस हादसे के बाद राज्य सरकार ने एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में बस बोर्ड नियमावली के अनुसार बसों की सघन जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जैसलमेर बस हादसा अत्यंत हृदयविदारक है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। सरकार ने परिवहन अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हर बस की जांच नियमावली के अनुसार की जाए और किसी भी कमी को तत्काल सुधारा जाए।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर चित्तौड़गढ़ के डीटीओ सुरेंद्र सिंह गहलोत और बस निरीक्षण में लगे सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया गया है। परिवहन विभाग के संयुक्त सचिव ओम प्रकाश बुनकर ने बताया कि उक्त बस का पंजीयन जिला परिवहन अधिकारी चित्तौड़गढ़ के कार्यालय से एक अक्टूबर को ही किया गया था।
प्राथमिक जांच में बस का पंजीयन, फिटनेस, बीमा, परमिट वैध था, लेकिन बस बॉडी मानक की पालना नहीं हुई थी। दोनों कार्मिकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। घटना में शामिल बस की बॉडी जैमन कोच क्राफ्टर, जोधपुर ने बनाई थी। जोधपुर के प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने बस बॉडी निर्माता के परिसर की जांच शुरू कर दी है। जलने वाली बस के मालिक के पास दो अन्य बसें भी हैं और दोनों ही बस बॉडी नियमावली के उल्लंघन के कारण जब्त की गई हैं।
जैसलमेर हादसे के बाद बुधवार से प्रदेश में बसों की जांच का अभियान शुरू कर दिया गया है। बस बॉडी बिल्डिंग कोड की पालना नहीं करने वाली 11 बसों को जब्त कर लिया गया है। 18 बसों का चालान किया गया है।
Published on:
15 Oct 2025 07:53 pm
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