निजी बस में आग लगने की दिल दहला देने वाली घटना के बाद अब सरहदी जिले में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की आवश्यकता और भी स्पष्ट हो गई है। विशेषज्ञों की मानें तो आधुनिक ट्रैफिक व्यवस्थाओं में यह सिस्टम न केवल मार्गों पर यातायात को नियंत्रित करता है, बल्कि यात्रियों और वाहन चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी अहम भूमिका निभाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार रियल-टाइम मॉनिटरिंग से आग, टक्कर और ओवरलोडिंग जैसी दुर्घटनाओं की पहचान और समय पर रोकथाम संभव है। इसके अलावा, इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम के माध्यम से दुर्घटना की सूचना प्रशासन तक तुरंत पहुंचाई जा सकती है, जिससे राहत कार्य और बचाव तेजी से संपन्न हो सके।
स्मार्ट ट्रैफिक कैमरे, स्पीड डिस्प्ले सिस्टम और जीपीएस ट्रैकिंग यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने में सहायक मानी जाती है। एआइ आधारित सिग्नल प्रणाली ट्रैफिक फ्लो को नियंत्रित कर जाम की समस्या कम करने में मदद करती है। इसके साथ ही, ड्राइवरों की सीट बेल्ट, ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग पर निगरानी संभव हो जाती है। जानकारों के अनुसार डेटा विश्लेषण के जरिए ट्रैफिक पैटर्न को समझा जा सकता है, जिससे प्रशासन बेहतर योजनाएं और नीतियां बनाई जा सकेगी। इस तरह शहर में आने व जाने वाले लोगों का समय भी बचेगा और दुर्घटना को लेकर जोखिम में कमी आ सकेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में जल्द से जल्द स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम की स्थापना की जाए। ऐसे में न केवल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि शहर का यातायात सुगम और व्यवस्थित होगा। विशेष रूप से महत्वपूर्ण मार्गों पर यह पहल जरूरी मानी जा रही है।
स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जिले में सुरक्षा और सुगमता दोनों के लिए आवश्यक है। ऐसे में यहां जैसलमेर शहर में आने वाले यात्री और स्थानीय निवासी बेहतर, सुरक्षित और व्यवस्थित यातायात का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।
Published on:
17 Oct 2025 10:04 pm
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