जोधपुर जाने वाली बस में भीषण आग लगने की मंगलवार को घटित दुर्घटना में मृत यात्रियों की शिनाख्त के लिए जैसलमेर जवाहिर चिकित्सालय में मृतकों के 10 रिश्तेदारों के सेम्पल लेकर जोधपुर भिजवाए गए हैं। जहां मेडिकल बोर्ड की ओर से जांच कर शवों की शिनाख्त की जाएगी। चिकित्सालय में डॉ. महेंद्र जाखड़ ने बताया कि मंगलवार रात भर चली सेम्पल लेने की प्रक्रिया के बाद 9 जनों के सेम्पल सुबह 6 बजे जैसलमेर भेज दिए गए जबकि एक के रिश्तेदार का सेम्पल बुधवार को और लिया गया। इस तरह से कुल 10 सेम्पल जोधपुर भेजे गए हैं। गौरतलब है कि मंगलवार की दुर्घटना के बाद रात में सभी 19 जनों के शव जोधपुर भेजे गए थे और एक गम्भीर रूप से घायल की मौत जोधपुर में हो गई थी।
थईयात के पास निजी बस में लगी आग ने कई जिंदगियां लील लीं, लेकिन इस भीषण हादसे में मानवता का एक जीवंत उदाहरण भी देखने को मिला। बस के कंडक्टर रफीक ने जलती बस में फंसे यात्रियों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। रफीक हादसे में खुद झुलस गया, लेकिन उसने आखिरी सांस तक यात्रियों को बाहर निकालने की कोशिश जारी रखी। पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि हादसे के वक्त रफीक बस में यात्रियों के टिकट की जांच कर रहा था। वह बस के अंतिम छोर तक पहुंचा ही था कि अचानक धुआं फैल गया।
Published on:
15 Oct 2025 09:25 pm
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