जयपुर में सीजनल कारोबारी करते 500 करोड़ का कारोबार, पत्रिका फोटो
राजधानी जयपुर में सीजनल व्यापारी शहरी अर्थव्यवस्था की धुरी बन रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों की बात करें तो सीजनल व्यापार में लोग तेजी से बढ़ रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक जयपुर में करीब 30 हजार सीजनल व्यापारी हैं। ये अभी दिवाली की ग्राहकी में व्यस्त हैं। यानी सजावटी सामान से लेकर पटाखे बेच रहे हैं। ये लोग पूरे वर्ष में 2000 करोड़ रुपए का व्यापार कर लेते हैं। दिवाली के आस-पास 500 करोड़ रुपए का व्यापार हो जाता है। दरअसल, दिवाली से पहले नवरात्र से ही सीजनल व्यापारी अपना काम शुरू कर देते हैं। वर्ष में तीन से चार बार व्यापार करते हैं। खास बात यह है कि इनमें से करीब आधे व्यापारी दूसरे राज्यों से आकर जयपुर में बिजनेस करते हैं और फिर चले जाते हैं। अगले त्योहार से एक माह भर पहले आकर फिर व्यापार शुरू कर देते हैं।
दीपावली: लाइटिंग झालरें, पूजन सामग्री, मिठाई पैकिंग बॉक्स और गिफ्ट आइट्स के साथ-साथ पूजा सामग्री भी मिलती है।
मकर संक्रांति: पतंग-मांझे से लेकर गजक का कारोबार करते हैं।
होली: रंग से लेकर पिचकारी, मुखौटों का कारोबार करते हैं।
सावन-तीज: मेहंदी, झूले और पारंपरिक साज-सज्जा का बाजार परवान पर होता है।
जन्माष्टमी-गणेश चतुर्थी: मूर्ति व पूजा सामग्री के साथ साथ सजावट के आइटम मिलते हैं।
परकोटा के जौहरी बाजार, बापू बाजार, चांदपोल से लेकर सोडाला, वैशाली नगर, मालवीय नगर, मानसरोवर और अन्य नव विकसित कॉलोनियों तक में ये सीजनल दुकानें नजर आ जाती हैं।
अस्थायी दुकानों से कई लोगों को रोजगार मिलता है। जयपुर के मिट्टी के दीपक, सजावटी वस्तुएं और हस्तनिर्मित की बिक्री होती है। उपभोक्ताओं को सस्ता विकल्प मिलता है। कम मुनाफा लेकर ही बेच देते हैं।
शहर में कई जगह सीजनल बाजार चल रहे हैं। इनको निगम व्यवस्थित कर दे तो और बेहतर विकल्प हो सकता है। जहां हैं, उसके पास एक नियोजित स्थान तय कर दें तो यह कारोबार और भी संगठित हो जाएगा। इससे न केवल जयपुर की शहरी अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि
त्योहारों के दौरान व्यवस्थित बाजार संस्कृति भी विकसित हो सकेगी। -ओपी गुप्ता, पूर्व आयुक्त, नगर निगम
मैं वर्ष में तीन बार व्यापार बदलता हूं। दिवाली पर पटाखे, होली पर रंग और रक्षाबंधन पर राखियों की दुकान लगाता हूं। अच्छी खासी बचत हो जाती है। 80 फीसदी ग्राहक हर बार लौटकर आते हैं। -नरेश भार्गव, शास्त्री नगर
मैं पिछले 5 वर्ष से सीजनल व्यापार कर रहा हूं। सामान बाजार से मंगवाता हूं और कुछ सामान जयपुर से भी खरीदता हूं। नियमित व्यापार की बजाय इसमें राहत मिलती है। परेशान कम होते हैं। -नरेश गुप्ता, वैशाली नगर
Published on:
13 Oct 2025 08:54 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग