शेरनी तारा के नन्हे शावक शेरा का आज मनेगा जन्मदिन, पत्रिका फोटो
Nahargarh Biological Park: कभी मौत से जंग लड़ने वाली शेरनी तारा का नन्हा शावक शेरा अब जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान की नई पहचान बन चुका है। जल्द ही सैलानी भी इसे देख सकेंगे। वन विभाग ने शेरा को कराल से डिस्प्ले एरिया में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। मंगलवार को जैविक उद्यान में शेरा का जन्मदिन केक काटकर मनाया जाएगा। वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि शावक शेरा की कहानी किसी चमत्कार से कम नहीं। जन्म के समय उसकी मां शेरनी तारा ने उसे दुत्कार दिया और दूध तक नहीं पिलाया। हालत इतनी नाजुक थी कि शेरा को तुरंत वेटरनरी अस्पताल के एनआइसीयू में शिफ्ट करना पड़ा। उस समय उसका वजन केवल 970 ग्राम था। पांच महीने तक शेरा की दिन-रात देखभाल की गई और उसे मां जैसा स्नेह दिया गया। धीरे धीरे उसने जिंदगी की जंग जीत ली। वर्तमान में शेरा पूरी तरह स्वस्थ है और उसका वजन अब 70 से 80 किलोग्राम तक पहुंच चुका है।
गौरतलब है कि नाहरगढ़ जैविक उद्यान में यह एकमात्र लायन शावक है। शेरनी तारा ने इस बार भी एक शावक को जन्म दिया था, लेकिन वह मृत था। ऐसे में शेरा ही अब उद्यान की शान बन गया है और जल्द ही सैलानियों को दिखाई देगा।
गत पांच-छह वर्ष में नाहरगढ़ जैविक उद्यान में अलग-अलग कारणों से एक के बाद एक बाघ-बाघिन, शेर-शेरनी व शावकों की मौत हो गई थी। इससे यहां मायूसी छा गई थी लेकिन गत दो वर्ष से नाहरगढ़ में फिर से रौनक छा गई है। रेस्क्यू कर लाए लेपर्ड मादा शावक राधा और बाघ शावक रणवीर को यहां नया जीवन मिला है।
गत वर्ष बाघिन रानी ने तीन शावकों को जन्म दिया था। इसमें एक की मौत हो गई थी। उसके बाद दो शावक भीम और स्कंदी का एनआइसीयू में पालन पोषण हुआ। इसी प्रकार शेरनी तारा के शावक तारा का भी पालन पोषण हुआ। हाल ही बाघिन रानी ने पांच शावक जन्मे हैं। वो भी स्वस्थ बताए जा रहे हैं। इनकी विशेष मॉनिटरिंग की जारी है।
Published on:
14 Oct 2025 09:10 am
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