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Gayatri Mahayagya : स्वच्छ पर्यावरण-सुरभित जीवन के ध्येय वाक्य के साथ हवन कुंड में दी आहुतियां

गोविंददेवजी मंदिर में हुआ पर्यावरण संवर्धन गायत्री महायज्ञ विमान हादसे के मृतकों की आत्म शांति के लिए दीं विशेष आहुतियां स्वच्छ पर्यावरण, हरित जीवन और सामाजिक चेतना को बढ़ावा देने का दिया संदेश

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Gayatri Mahayagya

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जयपुर. आराध्य देव गोविंददेवजी मंदिर में रविवार सुबह मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में पर्यावरण संवर्धन गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। स्वच्छ पर्यावरण, हरित जीवन और सामाजिक चेतना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित यज्ञ को गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के विद्वानों की टोली ने संपन्न कराया। इस दौरान विमान हादसे में मारे गए लोगों की आत्म शांति के लिए गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ विशेष आहुतियां भी अर्पित की गई। इस दौरान मंदिर परिसर वेद मंत्रों से गुंजायमान हो गया। हवन कुंड में दी जा रही आहुतियों की सुवास से मंदिर परिसर महक उठा।

गोविंददेवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि स्वच्छ पर्यावरण-सुरभित जीवन के ध्येय वाक्य के साथ हुए यज्ञ में सभी यजमानों ने निशुल्क आहुतियां अर्पित कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेते हुए विमान हादसे के मृतकों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना की।

तैयारियों को लेकर हुआ मंथन

यज्ञ के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद की ओर से मानसून के दौरान अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए पूर्व तैयारियों पर मंथन किया गया। पर्यावरण के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखने वाले विशिष्टजनों ने अपने अनुभवों के आधार पर लोगों को बताया कि वे किस प्रकार पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं। समापन पर पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुरोधाओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर परिषद के चेयरमैन राहुल द्विवेदी, राजस्थान संयोजक कुलदीप सुरोलिया, मनीष वर्मा, साहिल शर्मा, जस्सी सिंह, मालसिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।

औषधीय पौधे किए भेंट

यज्ञ के बाद सभी प्रतिभागियों को हरियाली के उपहार के रूप में औषधीय पौधों का वितरण किया गया। घर-घर में पक्षी अतिथियों के आश्रय के लिए पक्षी घर वितरित किए गए। इसके साथ ही पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था के लिए चुग्गा पात्र भी वितरित किए गए।