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RAS 2023: बिना कोचिंग के RAS बनीं महारानी कॉलेज की पूर्व अध्यक्ष, हासिल की 376वीं रैंक; इंटरव्यू में पूछे गए ये सवाल

RAS Result 2023: जयपुर की नेहा यादव ने RAS परीक्षा 2023 में 376वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है।

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RAS Neha Yadav

फोटो- पत्रिका नेटवर्क

RAS Result 2023: जयपुर की नेहा यादव ने RAS परीक्षा 2023 में 376वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि नेहा ने यह मुकाम बिना किसी कोचिंग के, पूरी तरह सेल्फ-स्टडी के दम पर हासिल किया। इससे पहले नेहा महारानी कॉलेज की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

उनके पिता देवेंद्र यादव पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल हैं, जबकि दादा शीशपाल सिंह सेना में कैप्टन थे। नेहा की इस उपलब्धि ने साबित कर दिया कि दृढ़ निश्चय और समय प्रबंधन के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

दूसरे प्रयास में मिली सफलता

नेहा ने बताया कि यह उनका दूसरा प्रयास था। पहला प्रयास 2021 में था, जिसमें वे प्रारंभिक परीक्षा पास करने में सफल रहीं, लेकिन मुख्य परीक्षा में असफल रहीं। इस असफलता से हार न मानते हुए उन्होंने अपनी कमियों को पहचाना और मेहनत जारी रखी। नेहा ने कहा कि मैंने कभी कोचिंग नहीं ली। मैंने सेल्फ-स्टडी पर भरोसा किया और टेस्ट सीरीज के जरिए अपनी तैयारी को मजबूत किया।

नेहा ने बताया कि वह प्रामाणिक स्रोत जैसे एनसीईआरटी, इग्नू और एनआईओएस की किताबें से स्टडी करती थीं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिए सुनियोजित ढंग से नोट्स तैयार किए और समय प्रबंधन पर ध्यान दिया।

सोशल मीडिया से दूरी नहीं बनाई

आमतौर पर यह धारणा है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सोशल मीडिया से दूरी बनाना जरूरी है, लेकिन नेहा ने इस मिथक को तोड़ा। वे बताती हैं कि मैं हमेशा इंस्टाग्राम पर एक्टिव रही। अपने खूबसूरत पलों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करती थी। अगर समय का सही प्रबंधन हो, तो सोशल मीडिया या अन्य गतिविधियां बाधा नहीं बनतीं। नेहा का मानना है कि टाइम मैनेजमेंट के साथ खेल, मनोरंजन और पढ़ाई में संतुलन बनाकर भी सफलता हासिल की जा सकती है।

छात्रसंघ अध्यक्ष से RAS तक का सफर

नेहा ने 2015 में 12वीं कक्षा पास करने के बाद सामाजिक कार्यों में रुचि दिखाई। 2017 में उन्होंने जयपुर के प्रतिष्ठित महारानी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव लड़ा और अध्यक्ष पद पर विजयी रहीं। उनकी बड़ी बहन अंजलि यादव भी 2015 में राजस्थान विश्वविद्यालय में संयुक्त सचिव रह चुकी हैं। दोनों बहनें छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं और कई बार छात्रों के हितों के लिए प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।

नेहा बताती हैं कि मैं सामाजिक मुद्दों पर काम करना चाहती थी। छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व का अनुभव मुझे RAS की तैयारी में भी मददगार रहा।

इंटरव्यू में पूछे गए ये सवाल

नेहा ने बताया कि RAS इंटरव्यू में उनसे समसामयिक मुद्दों पर सवाल पूछे गए। इनमें भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था, मीडिया की भूमिका और महिलाओं के सशक्तीकरण से संबंधित सवाल शामिल थे। इसके अलावा उनके ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन से जुड़े तथ्यात्मक सवाल भी पूछे गए। नेहा ने सभी सवालों का आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया और अपनी तैयारी को सार्थक साबित किया।

दादा के सपनों को पूरा किया

नेहा के दादा कैप्टन शीशपाल सिंह की इच्छा थी कि परिवार का कोई सदस्य प्रशासनिक सेवा में जाए। उनके दादा अक्सर प्रशासनिक अधिकारियों की कहानियां सुनाया करते थे, जिससे नेहा प्रेरित हुईं। नेहा के परिवार में दो बहनें और एक भाई हैं। उनकी बड़ी बहन अंजलि ने हाईकोर्ट में वकालत शुरू की, जबकि नेहा ने 2018 में सिविल सेवा में जाने का फैसला लिया। 2020 से उन्होंने RAS की तैयारी शुरू की और अपने दादा के सपने को साकार किया।