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Jaipur-Ajmer Highway Cylinder Blast Update : जयपुर-अजमेर हाईवे रात में एक बार फिर चीख-पुकार और आग की लपटों से गूंज उठा। केमिकल से भरे टैंकर और गैस सिलेंडर से लदे ट्रक में हुई टक्कर के बाद ऐसा धमाका हुआ कि आसपास के गांवों में धरती तक कांप उठी। करीब 200 सिलेंडर एक के बाद एक फटने लगे। धमाकों की गूंज करीब 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। पास के ढाबे में काम कर रहे लोग जान बचाकर भागे, जबकि कई सिलेंडर हवा में उड़कर खेतों और घरों की छतों पर जा गिरे। लोगों का कहना था कि सिलेंडर ऐसे उड़ रहे थे जैसे मिसाइलें आसमान में जा रही हो।
महादेव होटल के मालिक उस्मान भाई ने बताया कि होटल के पीछे उनका घर है। वह रात करीब 9 बजे घर चले गए थे। फिर करीब सवा दस बजे के पास धमाका हुआ तो भाग कर होटल में आए। देखा तो सिलेंडर ब्लास्ट हो रहे थे। इस समय होटल पर करीब 30 से ज्यादा लोग थे। 20 गाड़ियां खड़ी थी। होटल में खाना खाने वाले और स्टॉफ के लोग थे। उस्मान ने खाना खाने वाले ड्राइवरों को गाड़ियां लेकर मौके से भगाया, ताकी दूसरी गाड़ियां नहीं जले। वहीं हादसे के बाद होटल का स्टॉफ व अन्य कई लोग खेतों में जान बचाने के लिए भागे। खेतों में बारिश के कारण मिट्टी गीली थी। इस दौरान कई लोग गिरकर घायल भी हुए। किसी का मोबाइल गिर गया तो किसी का कोई सामान, लेकिन जान बच गई।
पत्रिका टीम मौके पर हालात का जायजा लेने पहुंची। जहां देखने पर सामने आया कि रात में सिलेंडर रोकेट बन गए और लगातार बलास्ट हुए। हालात यह हो गए कि सिलेंडर ब्लास्ट होने के बाद कागज की तरह फट गए। जबकी सिलेंडर को लोहा कितना भारी होता है, उसके बाद उनकी हालत कागज की तरह हो गई। जिसे देखने पर हादसे की भयावहता सामने आई।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह हादसा किसी तकनीकी खराबी से नहीं, बल्कि आरटीओ की लापरवाही और वसूली के कारण हुआ। रात में आरटीओ टीम की गाड़ी देखकर घबराए एक केमिकल टैंकर चालक ने वाहन को तेजी से ढाबे की ओर मोड़ा और वह सड़क किनारे खड़े एलपीजी सिलेंडरों से भरे ट्रक से जा टकराया। टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों वाहनों में आग लग गई और देखते ही देखते पूरा इलाका धमाकों से गूंज उठा।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसे के बाद टैंकर चालक के मुंह से आखिरी शब्द निकले – “मुझे बचा लो… बचा लो…”, लेकिन तब तक आग ने सब कुछ अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर के बाद स्पार्किंग हुई और आग तेजी से फैल गई। टैंकर ड्राइवर ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन मौके पर ही उसकी मौत हो गई। खलासी बच गया।
कलक्टर जितेंद्र सोनी रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे। सुबह सात बजे वापस जयपुर के लिए रवाना हुए। बताया कि रातभर रेस्क्यू टीम की ओर से बचाव कार्य किया गया। अब हाईवे पर यातायात को भी शुरू कर दिया गया है। आरटीओ की गाड़ी मौके पर थी या नहीं, इसकी जांच कराई जाएगी। अब हालात मौके पर सामान्य है।
Updated on:
08 Oct 2025 12:05 pm
Published on:
08 Oct 2025 12:04 pm
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