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SMS में आग, 200 सिलेंडर ब्लास्ट, बस में आग से 21 की मौत के बाद अब जयपुर में गैस लीकेज से हड़कंप…

Jaipur Fag Leak News: उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इस महीने में बड़े हादसों की झड़ी लगी हुई है। पहले एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में आठ मौतें जलने के कारण हो गईं। उसके बाद अजमेर रोड पर दो सौ सिलेंडर ब्लास्ट हुए। फिर जैसलमेर में बस में आग लगने से 21 लोगों की जलने से मौत हो गई। कल देर रात ही बाड़मेर में सड़क हादसे में चार लोग गाड़ी में जिंदा जल गए। अब यह घटना सामने आई।

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एआई की मदद से प्रतीकात्मक तस्वीर

राजधानी जयपुर के सिरसी रोड इलाके में बुधवार की रात एक बड़ा हादसा टल गया। टोरेंट गैस की पाइपलाइन के वॉल्व से गैस रिसाव होने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। तेज आवाज के साथ गैस लीक होने की खबर आग की तरह फैली और आसपास के लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। गनीमत रही कि समय रहते स्थिति को काबू में कर लिया गया और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।

चौथी बार हुई लीकेज की घटना

स्थानीय निवासियों के अनुसार, इसी क्षेत्र में टोरेंट गैस की लाइन से गैस लीकेज होने की यह चौथी घटना है, जिसने गैस कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बार-बार हो रही इस तरह की घटनाएं लोगों में भय का माहौल बना रही हैं।

प्रशासन और दमकल टीम पहुंची मौके पर

गैस रिसाव की सूचना मिलते ही एसएचओ विनोद कुमार और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए एहतियात के तौर पर आसपास के इलाके को खाली करा लिया गया। एक स्थानीय नागरिक राधेश्याम अटल ने भी गैस पंप के पास मौजूद भीड़ को तुरंत हटाकर अनहोनी को टालने में मदद की।

आपूर्ति रोककर लीकेज पर पाया गया काबू

टोरेंट गैस कंपनी के अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने तत्काल प्रभाव से गैस की सप्लाई को अस्थायी रूप से बंद कर दिया। इस कदम से रिसाव पर जल्द ही काबू पा लिया गया। कंपनी अब रिसाव के सही कारण का पता लगाने में जुटी है।

सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल

इस चौथी घटना ने टोरेंट गैस कंपनी द्वारा बरते जा रहे सुरक्षा मानकों पर सवालिया निशान लगा दिया है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि कंपनी इस गंभीर लापरवाही पर तुरंत ध्यान दे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि क्षेत्र के लोग सुरक्षित महसूस कर सकें। यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि गैस पाइपलाइन की नियमित जांच और मेंटेनेंस कितनी महत्वपूर्ण है।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इस महीने में बड़े हादसों की झड़ी लगी हुई है। पहले एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में आठ मौतें जलने के कारण हो गईं। उसके बाद अजमेर रोड पर दो सौ सिलेंडर ब्लास्ट हुए। फिर जैसलमेर में बस में आग लगने से 21 लोगों की जलने से मौत हो गई। कल देर रात ही बाड़मेर में सड़क हादसे में चार लोग गाड़ी में जिंदा जल गए। अब यह घटना सामने आई।

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