300 से अधिक मेडल जीते
खुशबू डिस्ट्रिक्ट स्पोट्र्स कराटे एसोसिएशन और स्पोट्र्स कराटे एसोसिएशन वूमन्स विंग की सक्रिय सदस्य हैं। वह इंडियन एथलीट से भी जुड़ी हैं। वर्तमान में वह तीन कराटे अकादमियां चला रही हैं, जिनमें करीब 62 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसके अलावा वह 10 से अधिक स्कूलों में कराटे सिखा रही हैं। उनके पास कराटे का प्रशिक्षण ले चुका एक छात्र मलेशिया ओपन इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीत चुका है, जबकि जापान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए उनकी अकादमी के 10 खिलाड़ी चयनित हुए। खुशबू अब तक 300 से अधिक मेडल, 100 से ज्यादा ट्रॉफियां और सैकड़ों प्रमाण पत्र जीत चुकी हैं।
मुश्किल हालात में ताकत मिलती है कराटे से
खुशबू ने कराटे की शुरुआत दूसरी कक्षा से की और चौथी कक्षा में आते ही इसे गंभीरता से अपनाया। वह जापान, मलेशिया, बैंकॉक और थाईलैंड सहित देश के कई प्रमुख शहरों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। उनका मानना है कि कराटे से न केवल आत्मरक्षा बल्कि अनुशासन और मुश्किल परिस्थितियों से लडऩे की ताकत मिलती है।
सरकार दें कराटे को बढ़ावा
खुशबू का कहना है, राज्य सरकार और निजी संस्थाओं को कराटे को बढ़ावा देना चाहिए। अच्छे उपकरण, प्रशिक्षकों और प्रशिक्षण व्यवस्था से अधिक लोग इस खेल की ओर आकर्षित होंगे, जैसा कि कई राज्यों में देखने को मिला है। कराटे के साथ-साथ खुशबू एक डांस कोरियोग्राफर और फिटनेस ट्रेनर भी हैं। उन्होंने वेडिंग, स्कूल गैदरिंग और विभिन्न आयोजनों में अपनी सेवाएं दी हैं।
कटा व कुमिटे दोनों में बेहतर प्रदर्शन
खुशबू के पिता महेन्द्र कुमार बाफना बिजनेसमैन है जबकि माता संगीता देवी बाफना गृहिणी है। बड़ा भाई कुशाल बाफना एक निजी कंपनी में कार्यरत है। योग में गोल्ड मेडलिस्ट रही छोटी बहन दीक्षिता बाफना मेडिकल कॉलेज में योग सिखाती है। छोटा भाई जतीन कराटे में फस्र्ट डिग्री ब्लैक बेल्ट है। खुशबू जैन ने हंसी अनप्पामरकल से कराटे का प्रशिक्षण लिया है। वे सिहान विनोद भांडगे से भी प्रशिक्षण ले चुकी है। कटा व कुमिटे दोनों में वे बेहतर प्रतिभा दिखा रही है।
Published on:
11 Aug 2025 06:36 pm