Triphala Churna Uses : त्रिफला एक आयुर्वेदिक चूर्ण है, जो तीन फलों, आंवला, हरड़ और बहेड़ा से मिलकर बनता है। इन तीनों फलों को मिलाकर जो चूर्ण बनता है, उसे त्रिफला कहते हैं। यह चूर्ण शरीर के अंदर की सफाई करने, पाचन सुधारने और रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
आयुर्वेद में त्रिफला को बहुत असरदार औषधि माना गया है, जो न सिर्फ पेट की समस्याएं ठीक करता है, बल्कि आंखों, त्वचा और मानसिक सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। यह जानकारी हमें डॉ. अर्जुन राज, आयुर्वेदिक चिकित्सक, ने दी है। उनके अनुसार त्रिफला चूर्ण को सही तरीके और समय पर लिया जाए, तो यह कई बीमारियों को जड़ से खत्म करने में मदद कर सकता है।
अगर आपको अक्सर पेट में गैस, भारीपन या अपच की दिक्कत रहती है, तो त्रिफला चूर्ण बहुत फायदेमंद है। रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें। यह पेट को ठंडा रखता है और गैस बनने से रोकता है।
कब्ज एक आम समस्या है और त्रिफला इसका घरेलू और असरदार इलाज है। यह आंतों को साफ करता है और मल को नरम बनाता है। रोजाना रात को एक चम्मच त्रिफला गर्म पानी से लेने से सुबह पेट अच्छे से साफ हो जाता है।
अगर शरीर में कमजोरी लगती है, जल्दी थकावट होती है या रोगों से जल्दी ग्रसित हो जाते हैं, तो त्रिफला चूर्ण बहुत मददगार है। इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को अंदर से ताकतवर बनाते हैं और रोगों से लड़ने की ताकत देते हैं।
गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं बिना डॉक्टर की सलाह त्रिफला ना लें।
डायबिटीज के मरीज को यह ब्लड शुगर पर असर डाल सकता है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
छोटे बच्चों को देने से पहले भी वैद्य या डॉक्टर से सलाह लें।
जिन लोगों के शरीर में गर्मी ज्यादा रहती है, उन्हें गर्मियों में त्रिफला लेते वक्त थोड़ा ध्यान रखना चाहिए।
Updated on:
30 Jul 2025 11:17 am
Published on:
30 Jul 2025 11:15 am