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Line on Medicine Strip : दवा की पत्ती पर बनी लाल, हरी… लाइनों का क्या है मतलब, ये जानना है बेहद जरूरी

Line on Medicine Strip : भारत में दवा की पट्टियों पर लाल लाइन क्यों होती है? जानें इसका मतलब, स्कोर लाइन क्या होती है, दवा लेने के सही तरीके और एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल के खतरे।

2 min read

भारत

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Dimple Yadav

Oct 15, 2025

Line on Medicine Strip

Line on Medicine Strip (photo- gemini ai)

Line on Medicine Strip : अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ दवाओं की पट्टी के पीछे लाल रंग की लाइन (Red Line on Medicine Strip) बनी होती है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि यह लाइन सिर्फ डिजाइन है या इसके पीछे कोई खास वजह छिपी है? हर दवा की पट्टी पर यह निशान नहीं होता, इसलिए इसका कोई न कोई महत्वपूर्ण अर्थ जरूर है। दरअसल, यह लाल रेखा किसी सजावट का हिस्सा नहीं, बल्कि सेहत से जुड़ा एक अहम संदेश देती है। जिसे जानना हर किसी के लिए जरूरी है।

क्या है दवा की पट्टी पर लाल लाइन का मतलब?

दवा की पत्ती पर बनी लाल रेखा का सीधा मतलब है। “यह दवा केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही ली जा सकती है।”
सरल शब्दों में, यह एक चेतावनी है कि ऐसी दवाएं खुद से न खरीदें और न ही किसी को दें, भले ही उसके लक्षण आपसे मिलते-जुलते क्यों न हों। यह लाल पट्टी फार्मासिस्ट को भी याद दिलाती है कि बिना डॉक्टर के पर्चे के यह दवा किसी को नहीं बेची जानी चाहिए।

इस लाइन का उद्देश्य है लोगों को स्व-चिकित्सा (self-medication) के खतरों से बचाना। क्योंकि डॉक्टर की सलाह के बिना दवा लेना कई बार नुकसानदायक साबित हो सकता है। गलत दवा या गलत डोज से शरीर पर गंभीर असर पड़ सकता है, खासकर जब बात एंटीबायोटिक जैसी दवाओं की हो।

क्यों होती है लाल लाइन ज्यादातर एंटीबायोटिक दवाओं पर?

लाल लाइन ज्यादातर एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) पर पाई जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये दवाएं अगर गलत तरीके से ली जाएं तो शरीर में मौजूद बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं होते। जो बैक्टीरिया बच जाते हैं, वे धीरे-धीरे दवा के प्रति प्रतिरोधक (resistant) बन जाते हैं। यही स्थिति एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (Antimicrobial Resistance) कहलाती है।

जब बैक्टीरिया एंटीबायोटिक के असर से बचने लगते हैं, तो वही दवा दोबारा काम नहीं करती। ये “रेजिस्टेंट बैक्टीरिया” समय के साथ सुपरबग्स (Superbugs) बन जाते हैं। यानी ऐसे कीटाणु जिन पर सामान्य दवाएं असर नहीं करतीं। इसका परिणाम यह होता है कि साधारण संक्रमण का इलाज भी मुश्किल हो जाता है, और कई बार मरीज की जान को खतरा तक हो सकता है।

क्यों जरूरी है लाल लाइन पर ध्यान देना?

दवा की पट्टी पर बनी यह लाल लाइन एक चेतावनी संकेत (warning sign) है। जो बताती है कि यह दवा बिना चिकित्सक की सलाह के नहीं लेनी चाहिए। अगर कोई व्यक्ति बार-बार खुद से एंटीबायोटिक्स लेता है, तो न सिर्फ उसका शरीर दवाओं के प्रति असंवेदनशील हो सकता है, बल्कि आने वाले समय में गंभीर संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए अगली बार जब भी किसी दवा की पट्टी पर लाल रेखा देखें। उसे हल्के में न लें। यह संकेत है कि दवा डॉक्टर की सलाह से ही लें और पूरा कोर्स पूरा करें। ऐसा करने से न केवल आपकी सेहत सुरक्षित रहेगी, बल्कि समाज में दवा प्रतिरोध जैसी बड़ी समस्या से भी बचाव होगा।

भारत में दवा की पट्टियों पर लाल रेखा क्या है?

भारत में दवा की पट्टियों पर बनी लाल रेखा यह संकेत देती है कि यह दवा केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही ली जा सकती है। यह मुख्य रूप से एंटीबायोटिक्स पर पाई जाती है। इसका उद्देश्य स्व-चिकित्सा और एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस के खतरों से बचाना है। लाल रेखा फार्मासिस्ट को भी चेतावनी देती है कि बिना डॉक्टर के पर्चे के यह दवा किसी को न बेची जाए।