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MP News: कैल्शियम कार्बोनेट गन से 35 से ज्यादा लोगों की आंखें झुलसी

MP News: दीपावली की रौनक के बीच इस बार एक नई मुसीबत सामने आई हैं। इससे कई परिवारों की खुशियां दर्द में बदल गईं। शहर के अलग- अलग अस्पतालों में 35 से ज्यादा लोग आंखों में चोट के साथ पहुंचे है।

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MP News: दीपावली की रौनक के बीच इस बार एक नई मुसीबत सामने आई हैं। इससे कई परिवारों की खुशियां दर्द में बदल गईं। शहर के अलग- अलग अस्पतालों में 35 से ज्यादा लोग आंखों में चोट के साथ पहुंचे है। इन सभी की जांच में सामने आया कि बाजार में बिक रही कैल्शियम कार्बोनेट गन से इन लोगों की आंखें झुलसी है। इससे कई मरीजों की कॉर्निया तक जला दी है। वहीं कुछ मरीजों की आंख में सूजन और जलन के साथ धुंधला दिखाई दे रहा है। ऐेसे मरीजों का तत्काल इलाज के लिए जेएएच, जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में लाया गया। जहां पर इलाज के बाद छुट्टी कर दी गई है।

अपोलो में 17 कैल्शियम कार्बोनेट गन के शिकार मरीज पहुंचे

दीपावली पर अंचल के साथ दूसरे राज्यों से भी पटाखों से पीडि़त होकर अपोलो हॉस्पिटल में 55 मरीज आए है। इसमें से 17 मरीजों को कैल्शियम कार्बोनेट गन के शिकार लोग है। इसमें से 15 लोगों की सर्जरी की गई है। इनमें से अधिकांश की तो सर्जरी के छुट्टी कर दी है।

रास्ते से जाते समय हुआ चोटिल

मालनपुर में रहने वाले राजीव शर्मा दीपावली के दूसरे दिन मंगलवार सुबह लगभग 12 बजे के आसपास रास्ते से निकल रहे थे कि एक छोटे बच्चे में सडक़ के किनारे खड़े होकर कैल्शियम कार्बोनेट गन चला दी। जिससे इनकी सीधी आंख में जा घुसी। उसके बाद जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ गजराज गुर्जर के पास तीन दिन से लगातार चल रहा है। इनकी आंख के आसपास का हिस्सा जल गया है।

जेएएच में पहुंचे आठ मरीज

कैल्शियम कार्बोनेट गन के शिकार आठ मरीज जेएएच में पहुंचे है। यह सभी मरीज ओपीडी में आए थे। इलाज के बाद घर चले गए है। कुछ मरीज लगातार आ रहे है। धीरे- धीरे इनमें सुधार की उम्मीद है। वहीं कुछ और मरीज भी पटाखों की वजह से चोटिल होकर आए है।

इनका कहना है

कैल्शियम कार्बोनेट गन से चोटिल होकर कुछ मरीज आए है। इन मरीजों का इलाज किया गया है। कुछ पीडि़त मरीज एक दो दिन में दिखाने के लिए आ रहे है।डॉ . प्रमोद छावनिया, एचओडी नेत्र रोग , जीआरएमसी