अमरीश पुरी की एक फिल्म के सीन की फोटो। (फोटो सोर्स: IMDb)
Amrish Puri: आजकल फिल्म इंडस्ट्री में सेलिब्रिटीज के Entourage (एंटॉराज) यानि की साथ चलने वाले स्टाफ की भी खूब चर्चा होती है। चाहे वो सलमान खान के बॉडी गार्ड शेरा हो या फराह खान का कुक दिलीप, लोग इनके बारे में जानने में भी दिलचस्पी रखते हैं। जैसे उनकी सैलरी, लाइफस्टाइल, के बारे में अकसर खबरें आती रहती हैं। बॉलीवुड में एंटॉराज का चलन आज से नहीं है, पहले भी सेलिब्रिटीज का अपना अलग स्टाफ होता है। लेकिन आज हम एक ऐसे एक्टर की बात करने जा रहे हैं जिनको अपने साथ कोई स्टाफ नहीं चाहिए होता था।
उनका मानना था कि मेरा पैसा है, मैंने मेहनत से कमाया है, किसी और को क्यों बांटू। ये वो अभिनेता है, जिसने अपनी खलनायकी से दर्शकों को बहुत डराया था। उनकी भारी-भरकम आवाज, बोलती हुई आंखें और उनकी अदायगी सब लोगों को डराने में उनका साथ देते थे। इस एक्टर का नाम है अमरीश पूरी। हालांकि, दिग्गज अभिनेता अब इस दुनिया में नहीं हैं। मगर उनकी अदाकारी उनके फैंस के जेहन में आज भी जिंदा है।
'जॉली एलएलबी' और 'सत्या' फेम सीनियर एक्टर सौरभ शुक्ला ने एक इंटरव्यू में दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी को याद करते हुए बताया कि कैसे अभिनेता अमरीश पुरी बेहद शांत और सादगी से जीवन जीते थे। इतने बड़े अभिनेता होने के बाद भी उनको दिखावा और फिजूल खर्ची करना बिलकुल भी पसंद नहीं था वो पैसों की वैल्यू करते थे।
ANI को दिए इंटरव्यू में सौरभ शुक्ला ने बताया, 'मैंने 2001 की सुपरहिट फिल्म ‘नायक: द रियल हीरो’ में अमरीश पुरी जी के साथ काम किया था। अमरीश पुरी के साथ काम करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। फिल्म में अनिल कपूर, रानी मुखर्जी, परेश रावल जैसे दिग्गज कलाकार थे जिनके साथ मैं भी काम कर रहा था। मगर अमरीश जी के साथ काम करना एक अलग ही अनुभव था। जब मैं फिल्म के सेट पर पहुंचा तो मैंने देखा कि अमरीश पुरी साहब वैसा कुछ नहीं करते थे जैसा लोग बड़े सितारों से उम्मीद करते हैं।'
इसके आगे सौरभ शुक्ला ने कहा कि आमतौर पर बड़े-बड़े एक्टर्स के साथ उनका मेकअप मैन, ड्राइवर, असिस्टेंट और अन्य लोगों का स्टाफ साथ चलता है, लेकिन अमरीश पुरी अपने साथ सिर्फ एक मेकअप मैन रखते थे। वो खुद कार ड्राइव करके शूट की लोकेशन पर पहुंचते थे और शूटिंग खत्म होने के बाद भी वो खुद ही कार चला कर घर जाते थे।
इंटरव्यू में सौरभ शुक्ला ने आगे कहा, एक बार जब मैंने अमरीश पुरी से पूछा कि वो इतना कम स्टाफ क्यों रखते हैं। तब अमरीश पुरी ने हंसते हुए जवाब दिया, “मैं पागल हूं क्या, कि जो पैसे मैं मेहनत से कमाता हूं, वो स्टाफ में बांटता रहूं। मैं खुद कार चलाकर आता हूं, मुझे किसी एंटॉराज की जरूरत नहीं है।”
'उनकी ये बात न केवल उनके सरल और सादगी भरे स्वभाव को बताती है, बल्कि इस बात की पुष्टि भी करती है वो अपने काम के प्रति कितने अनुशासित और आत्मनिर्भर थे।' इसके साथ ही सौरभ शुक्ला ने बताया, 'अमरीश पुरी साहब अपनी फिल्म की फीस के मामले में भी एक अनोखा नियम रखते थे। वो अपनी हर फिल्म के लिए हीरो से सिर्फ एक रुपया ज्यादा फीस लेते थे, जो उनके आत्म-सम्मान और अपने काम के प्रति दृढ़ता की निशानी थी।'
अमरीश पूरी की पर्सनल और प्रोफेशनल जिंदगी की ये सादगी आज के उस कलाकारों के लिए बड़ी सीख हैं जिनके साथ उनके स्टाफ का बड़ा काफिला चलता है। अमरीश पुरी जैसे कलाकारों अभिनेताओं की जिंदगी इस बात का उदाहरण है कि स्टारडम का मतलब सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि प्रोफेशनलिज्म और आत्म-सम्मान भी है।
Updated on:
13 Oct 2025 05:33 pm
Published on:
13 Oct 2025 03:42 pm
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